भारी बर्फबारी और बारिश के आसार के बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने 2 मार्च को उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के कई क्षेत्रों में हिमस्खलन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. हाल ही में उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए हिमस्खलन में कुल 54 मजदूर बर्फ में दब गए थे, जिनमें से 46 को बचा लिया गया, लेकिन आठ मजदूरों की मौत हो गई.
इस बीच कथित तौर पर हरिद्वार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक हिलते-डुलते पुल पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दे रही है. चीखते-चिल्लाते हुए लोग इस झूलते हुए पुल को पार करने की कोशिश कर रहे हैं. लोगों की मानें तो तूफान के बीच हरिद्वार का ये पुल टूटने की कगार पर आ गया है.
ऐसे ही एक वीडियो में लिखा है, “हरिद्वार का राम झूला डगमगा रहा है. कभी भी गिर सकता है. तूफान की चेतावनी. कभी ऐसी जगह जाकर मौज मस्ती ना करें. इस कांड ने गुजरात के मोरबी कांड की याद दिला दी.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो असल में हरिद्वार तो क्या, भारत का भी नहीं है. ये नेपाल के गंडकी गोल्डन ब्रिज का वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें 9 नवंबर, 2024 का एक फेसबुक पोस्ट मिला. इसके कैप्शन में ‘गंडकी गोल्डन ब्रिज’ का हैशटैग लगा हुआ है.
गंडकी गोल्डन ब्रिज नेपाल के परबत जिले के कुशमा को बागलुंग जिले से जोड़ता है. ये पुल कालीगंडकी नदी पर बना हुआ है.
वीडियो में दिख रहे एक शख्स की टीशर्ट के पीछे ‘Children Life Sport Club’ लिखा हुआ है. हमें इस स्पोर्ट क्लब का एक फेसबुक पेज मिला, जिसके मुताबिक ये स्पोर्ट क्लब नेपाल के बागलुंग बाजार का है.
इसके बाद हमने गूगल मैप्स पर बागलुंग के गंडकी गोल्डन ब्रिज की कुछ तस्वीरें देखीं. इनमें से एक में पुल के ठीक नीचे बहती नदी के किनारे एक इमारत दिखाई दे रही है. ये इमारत वायरल वीडियो में भी दिख रही है.
बता दें कि राम झूला हरिद्वार में नहीं, बल्कि ऋषिकेश में है और काफी समय से मरम्मत न होने के कारण साल 2023 में इस पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था.
साफ है, हिलते-डुलते पुल को पार करते लोगों का वीडियो नेपाल का है, भारत का नहीं.