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फैक्ट चेक: शाहीन बाग का नहीं सिखों के जुलूस का है यह वीडियो

वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि सिख समुदाय के ये लोग मुस्लिमों का समर्थन करने दिल्ली के शाहीन बाग पहुंचे.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
दिल्ली के शाहीन बाग में मुस्लिमों का समर्थन करने पहुंचे सिखों का वीडियो
सच्चाई
वायरल वीडियो तीन महीने पुराना है और पंजाब के सुल्तानपुर लोधी का है.
अर्जुन डियोडिया
  • नई दिल्ली,
  • 15 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 10:14 PM IST

फेसबुक पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें सफेद पगड़ी और सफेद कुर्ता-पायजामा पहने सिख समुदाय के तमाम लोगों का एक विशाल जुलूस देखा जा सकता है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि सिख समुदाय के ये लोग मुस्लिमों का समर्थन करने दिल्ली के शाहीन बाग पहुंचे. शाहीन बाग में दो महीने से CAA और NRC के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है.

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फेसबुक यूजर Mohammad Javed ने यह वीडियो 4 फरवरी, 2020 को पोस्ट किया है और कैप्शन में लिखा है, "दिल्ली शाहीनबाग पहुचे सिख भाई कहा हम भी मुसलमानों के साथ है No NRC No CAA,". स्टोरी लिखे जाने तक इस वीडियो को 17 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और एक लाख 26 हजार से ज्यादा बार इसे शेयर किया जा चुका है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा दावा झूठा है. यह वीडियो तीन महीने पुराना है और पंजाब के सुल्तानपुर लोधी का है.

यह भ्रामक पोस्ट फेसबुक पर जंगल में आग की तरह फैली है. मोहम्मद जावेद के अलावा भी हजारों लोगों ने इस भ्रामक दावे के साथ यह पोस्ट शेयर की है.

हमें इंटरनेट पर इस वीडियो से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली, लेकिन वीडियो को गौर से देखने पर हमें कुछ ऐसे संकेत मिले जिसकी मदद से यह कहा जा सकता है कि यह वीडियो पंजाब का है. वीडियो में जुलूस के दौरान गुजर रही मोटरसाइकिल का नंबर (PB08BA8747) दिख रहा है जो कि पंजाब के जालंधर का है. इसके अलावा इस वीडियो में पंजाब पुलिस का एक वाहन भी दिखाई देता है.

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जालंधर में हमारे स्थानीय रिपोर्टर और पंजाब पुलिस ने हमें बताया कि यह नामधारी सिखों का जुलूस है. सिख धर्म को मानने वालों में एक समुदाय है जिसे नामधारी सिख कहते हैं. ये ज्यादातर सफेद रंग का कुर्ता, पायजामा और पगड़ी पहनते हैं. वायरल पोस्ट के कमेंट बॉक्स में भी एक यूजर ने लिखा है कि यह ‘नगर​कीर्तन’ है, जिसके तहत सिख समुदाय में जुलूस निकालने का रिवाज है.

कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमें कुछ यूट्यूब वीडियो मिले जो पिछले साल नवंबर के हैं. इन वीडियो में भी वही जुलूस और पुलिस का वही वाहन देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में दिख रहा है.

इन यूट्यूब चैनल के विवरण में लिखा गया है कि यह वीडियो सुल्तानपुर लोधी में गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर नामधारी सिखों की ओर से निकाले जा रहे जुलूस का है. सुल्तानपुर लोधी, पंजाब के जालंधर के निकट, कपूरथला जिले में स्थि​त है जो एक पवित्र जगह मानी जाती है.

आगे की पड़ताल के ​क्रम में हमने सुल्तानपुर लोधी के डीएसपी सरवन सिंह बल से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि यह वायरल वीडियो नवंबर, 2019 में सुल्तानपुर लोधी में नामधारी सिखों की ओर से निकाले गए जुलूस का है, जो कि गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर निकाला गया था.

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हमने सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज सिंह चीमा से भी संपर्क किया. चीमा ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो उन्हीं के क्षेत्र का है और इसे पिछले नवंबर में शूट किया गया था.

चीमा ने बताया कि शहर में यह आयोजन उन्होंने ही कराया था और वीडियो में जो जुलूस दिख रहा है यह गुरुद्वारा बेर साहिब की तरफ जा रहा है. यह सुल्तानपुर लोधी में सिख समुदाय का एक पवित्र स्थान है. उन्होंने हमें इस धार्मिक आयोजन के कुछ और वीडियो उपलब्ध कराए.

इस आयोजन के बारे में 2 नवंबर, 2019 को पंजाब केसरी में खबर भी प्रकाशित हुई थी.

इस तरह पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग का नहीं, बल्कि पंजाब के सुल्तानपुर लोधी का है. इसका CAA और NRC से कोई लेना देना नहीं है.

(परमजीत रंगपुरी और सुकेत गुप्ता के इनपुट के साथ)

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