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फैक्ट चेक: बांग्लादेश में रैली का तीन साल पुराना वीडियो, कोलकाता का बताकर वायरल

सोशल मीडिया पर एक रैली का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हैं.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आयोजित एक रैली का वीडियो जिसमें “इस्लाम जिंदाबाद” का नारा लग रहा है.
सच्चाई
वायरल वीडियो कोलकाता का नहीं, बल्कि बांग्लादेश के ढाका का है, जब 2017 में वहां म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या के विरोध में रैली आयोजित हुई थी.
चयन कुंडू
  • नई दिल्ली,
  • 29 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 4:57 PM IST

सोशल मीडिया पर एक रैली का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में “इस्लाम जिंदाबाद” का नारा बजता सुनाई देता है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये रैली पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुई.

क्या है दावा

कई फेसबुक और ट्विटर यूजर्स ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “ये कराची, कश्मीर या केरल नहीं है. “इस्लाम जिंदाबाद” का ये नारा ममता बनर्जी के शासन वाले पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लगाया जा रहा है!”.

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वायरल वीडियो के साथ बैकग्राउंड में एक बंगाली गाना बज रहा है, जिसमें “इस्लाम जिंदाबाद” का नारा बार बार दोहराता है.  

क्या है सच

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो कोलकाता का नहीं, बल्कि बांग्लादेश के ढाका का है. ये वीडियो 2017 का है, जब म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के विरोध में बांग्लादेश में रैली निकाली गई थी. ये रैली 'इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश' नाम की राजनीतिक पार्टी ने आयोजित की थी.

कुछ वायरल पोस्ट के आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

लेखक और स्तंभकार तारेक फतह ने भी ये वीडियो इसी तरह भ्रामक दावे के साथ ट्वीट किया था. हालांकि, लोगों के ये बताने के बाद कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं,  बांग्लादेश का है, उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट करते हुए माफी मांग ली.

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कई फेसबुक यूजर्स ने ये पोस्ट इसी गलत दावे के साथ पोस्ट की है.

AFWA की पड़ताल

वीडियो के फ्रेम्स को इनविड टूल के जरिये रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि यही वायरल वीडियो 13 सितंबर, 2017 को कई यूट्यूब चैनलों पर अपलोड किया गया है, जिन्हें यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.

इन यूट्यूब चैनलों पर बांग्ला भाषा में वीडियो के साथ लिखा गया है कि ये वीडियो म्यांमार में मुसलमानों की हत्याओं के खिलाफ ढाका में आयोजित 'इस्लामी आंदोलन बांग्लादेश' की रैली का है.  

कुछ कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमें 13 सितंबर, 2017 को 'The Financial Express' और बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल 'बांग्ला न्यूज 24' पर छपे लेख मिले.

इन खबरों में बताया ​गया है कि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की हत्याओं के खिलाफ ढाका में लोग सड़कों पर उतरे. इस्लामी अंदोलन बांग्लादेश ने ये रैली आयोजित की थी और ढाका में म्यांमार दूतावास के घेराव की योजना बनाई थी, लेकिन शांतिनगर चौक पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया.

हमने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहे प्रदर्शनकारी बांग्लादेश का झंडा लहरा रहे हैं.

हमें बांग्लादेशी न्यूज चैनल 'चैनल i' द्वारा अपलोड की गई उसी रैली की  एक न्यूज क्लिप भी मिली, जिसमें बैकग्राउंड में "इस्लाम जिंदाबाद" की जगह रैली की वास्तविक आवाजें सुनाई दे रही हैं.

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वायरल वीडियो में सुनाई दे रहा गाना “इस्लाम जिंदाबाद” वाकई 'Kolorob Gosthi' नाम के एक बंगाली बैंड का गाना है जो वायरल क्लिप में डाला गया है. ये गाना इस लिंक पर जाकर सुना जा सकता है.

निष्कर्ष

कुछ दिन पहले यही वायरल वीडियो अलग अलग भ्रामक दावे के साथ फेसबुक पर पोस्ट किया गया था और 'DailyO' ने इसका सच सामने रखा था.

इसलिए निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि भ्रामक दावों के साथ वायरल हो रहा ये वीडियो कोलकाता का नहीं, बल्कि 2017 में बांग्लादेश में आयोजित एक रैली का है.
 

 

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