अगर खाने-पीने के ठेले और खोमचे के आसपास गंदगी दिख जाए तो आपका स्वाद किरकिरा होना स्वाभाविक है. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को कोई अगर देख ले तो हो सकता है कि वह दोबारा किसी ठेले पर खाने ही ना जाए.
सोशल मीडिया पर इस समय एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है जिसके साथ दावा ये है कि खाने-पीने की चीजें बेचने वाला एक मुस्लिम ठेले वाला पीने के पानी में अपना पेशाब मिलाते हुए पकड़ा गया है.
वीडियो में सड़क पर एक ठेले वाले को देखा जा सकता है जो कुकिंग में इस्तेमाल होने वाला एप्रोन पहने हुए है. नजर आता है कि ठेले वाला एप्रोन के निचले हिस्से के अंदर से एक मग निकालता है, उसे ठेले पर रखी बाल्टी में डालता है और फिर थोड़ा पानी निकाल कर सड़क पर फेंक देता है.
दावे में लिखा है कि पहले ठेले वाले ने मग में पेशाब की, थोड़े पेशाब को पीने वाले पानी में डाला और थोड़ा बाहर फेंक दिया ताकि ग्राहकों को पता न चल सके. साथ में यह भी लिखा है कि अब बाहर खाने पीने के शौकीन लोग इन 'जिहादियों' का क्या करेंगे.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. इतनी बात सच है कि गुवाहाटी के इस ठेले वाले को ठेले पर इस्तेमाल होने वाले मग में पेशाब करने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया है लेकिन ये व्यक्ति मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू है.
सांप्रदायिक दावे के साथ इस वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर कई लोग शेयर कर चुके हैं. वीडियो के साथ किए गए गलत दावे के जरिए मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है.
कैसे पता की सच्चाई?
कुछ कीवर्ड की मदद से खोजने पर हमें इस वीडियो को लेकर "गुवाहाटी प्लस" न्यूज़ वेबसाइट की एक खबर मिली जो 19 अगस्त को प्रकाशित हुई थी. खबर में बताया गया था कि इस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इसके बाद गुवाहाटी पुलिस हरकत में आई और ठेले वाले को हिरासत में ले लिया.
"टाइम 8" नाम की एक वेबसाइट की खबर में बताया गया है कि ठेले वाले का नाम अक्रुल सहानी है जो गुवाहाटी के भूतनाथ इलाके का रहने वाला है और ठेले पर सत्तू बेचता है. खबर के अनुसार व्यक्ति की उम्र 60 साल है. ये वीडियो सात-आठ दिन पहले का है और गुवाहाटी के भरालुमुख इलाके का है.
जानकारी पुख्ता करने के लिए हमने भरालुमुख पुलिस स्टेशन में संपर्क किया. पुलिस स्टेशन के ऑफिस इंचार्ज ज्योति लहाना ने हमें बताया के ये दावा झूठ है कि आरोपी ठेले वाला मुस्लिम है. ज्योति का कहना था कि इस ठेले वाले का नाम "अक्रूल सहानी" है और वो बिहार का रहने वाला है. ज्योति के अनुसार अक्रुल सहानी हिंदू है, ना कि मुस्लिम.
किसने बनाया ये वीडियो?
पड़ताल में हमें यह भी पता चला कि ये वीडियो तब वायरल हुआ जब गुवाहाटी के ही रहने वाले "अमर ज्योति बोर्दोलोई" नाम के एक व्यक्ति ने इसे फेसबुक पर 14 अगस्त को पोस्ट किया और लोगों से ऐसे ठेले वालों से सावधान रहने को कहा.
अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने अमर ज्योति से भी संपर्क साधा. अमर के मुताबिक, यह वीडियो उन्होंने अपने मोबाइल से बनाया था. अमर ने हमें बताया कि ये सच है कि वीडियो में दिख रहे ठेले वाले ने पहले मग में पेशाब की और फिर उसी मग को पानी से भरी बाल्टी में मिला दिया. अमर का कहना था कि वो इससे पहले भी ठेले वाले को इस तरह की हरकत करते देख चुके थे और उन्होंने उसे ऐसा करने से मना भी किया था. लेकिन जब ठेले वाला नहीं माना तो एक दिन उन्होंने इसका वीडियो बना लिया और फेसबुक पर डाल दिया. ऐसी हरकत इस ठेले वाला ने क्यों की, इसका जवाब अमर ने दिया कि शायद ठेले वाला ऐसा समय बचाने के लिए करता था.
यहां पर हमारी तफ्तीश में ये बात साबित हो जाती है कि वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिख रहे ठेले वाले को गंदगी करने के मामले में गुवाहाटी पुलिस ने पकड़ा जरूर है लेकिन उसके मुस्लिम होने को दावा गलत है.