गाजा में इजरायल के हमले अभी भी जारी हैं. रमजान के पवित्र महीने में इजरायल ने प्रतिबंधों में ढील देते हुए नमाजियों को अल-अक्सा मस्जिद तक जाने की अनुमति दी है. इसके बावजूद पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच झड़प की खबरें रोज सामने आ रही हैं.
इसी बीच अल-अक्सा मस्जिद के बाहर नारेबाजी करती भारी भीड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वीडियो वर्तमान में चल रहे रमजान महीने का है, जहां इकट्ठा फिलिस्तीनियों ने तारावीह की नमाज के बाद अल-अक्सा के लिए जान देने की कसमें खाईं.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “मस्जिद अल-अक्सा तरावीह के बाद लाखों फिलिस्तीनियों ने नारे लगाए. फिलिस्तीन अक्सा के लिए हमारा खून और जान कुर्बान है.”
आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो इस साल के रमजान का नहीं है. ये वीडियो तीन साल पहले फिलीस्तीनी श्रद्धालुओं और इजरायली सेना के बीच हुई झड़प को दिखाता है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें फिलीस्तीनी न्यूज आउटलेट ‘कुद्स न्यूज नेटवर्क’ के ट्विटर अकाउंट पर मिला, जिसे वहां 9 मई, 2021 को पोस्ट किया गया था. यहां वीडियो के कैप्शन के साथ लिखा है कि हजारों श्रद्धालुओं ने अल-अक्सा को बचाने की शपथ ली.
Embed: https://twitter.com/qudsn/status/1391165689877123073?
थोड़ा और खोजने पर हमें पता लगा कि अप्रैल और मई 2021 में कई सोशल मीडिया अकाउंट्स से इस वीडियो को शेयर किया गया था. वहां भी इसे उस साल इजरायली सेना और फिलीस्तीनी श्रद्धालुओं के बीच हुई झड़प से संबंधित बताया गया है.
ये वीडियो कम से कम 16 अप्रैल, 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है. उस साल 16 अप्रैल को ही रमजान का पहला शुक्रवार था. साल 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत के लगभग एक साल बाद, 16 अप्रैल, 2021 के दिन अल-अक्सा मस्जिद को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था.
अल अक्सा मस्जिद विश्व के सबसे प्राचीन शहर यरूशलेम में स्थित है, जो कि फिलहाल इजरायल की राजधानी है. इस स्थान को मुसलमान, ईसाई और यहूदी- तीनों ही पवित्र मानते हैं. इसलिए इसे लेकर काफी समय से इन धर्मों के लोगों के बीच विवाद रहा है.
साफ है, अल-अक्सा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के तीन साल पुराने वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.