महाकुंभ मेला परिसर में समाजवादी पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की एक मूर्ति लगाई गई है. बीते दिनों महंत राजूदास ने इस मूर्ति की तस्वीर शेयर करते हुए एक अभद्र टिप्पणी की थी, जिस मामले में उनके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई है. इसी बीच सोशल मीडिया पर पुलिसवालों की गाली गलौज का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें पुलिसकर्मी मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते देखे जा सकते हैं. वीडियो बनाने वाला शख्स सामने दिख रहे पुलिसकर्मी को मुलायम-अखिलेश को दी गई गालियों के जवाब में खुद भी गालियां और धमकियां दे रहा है. आसपास कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को भी खड़े देखा जा सकता है.
वीडियो को हाल-फिलहाल का बताकर सोशल मीडिया यूजर्स इस पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुुए महाकुंभ में मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं.
गाली गलौज से भरे वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने एक्स पर लिखा, “उत्तर प्रदेश पुलिस देश के पूर्व रक्षा मंत्री स्व श्री मुलायम सिंह जी को गाली दे रहा है, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश जी की माता जी को गाली दी. इस पुलिस वाले दरोगा जी को तुरंत निलंबित कर दिया जाना चाहिए.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि 2019 का है. इस मामले में दोनों पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था.
कैसे पता चली सच्चाई?
कीवर्ड सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो का एक स्क्रीनशॉट जनसत्ता की एक खबर में मिला. खबर में इस घटना को प्रयागराज के कुंभ मेले का बताया गया है, मगर दिलचस्प बात ये है कि ये कुंभ मेला साल 2019 में लगा था. जनसत्ता की 6 फरवरी, 2019 की रिपोर्ट में बताया गया है कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को अपशब्द कहने वाले पुलिसकर्मियों पर उसी वक्त कार्रवाई कर दी गई थी.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, प्रयागराज में 15 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक अर्ध कुंभ मेला लगा था. उसी समय ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खबरों के अनुसार, वायरल वीडियो में गाली-गलौज कर रहे दो कांस्टेबल कुंभ परिसर के गंगा प्रसार थाने पर तैनात थे. खबर में तत्कालीन डीजीपी ओपी सिंह के हवाले से बताया गया है कि उस समय इन दोनों पुलिसकर्मियों- सब-इंस्पेक्टर दिनेश कुमार मलिक और कॉन्स्टेबल सत्येंद्र यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था.
साफ है, अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को अपशब्द कहते पुलिसकर्मियों के करीब 5 साल पुराने को वीडियो अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है.