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फैक्ट चेक: बाघ के हमलों की तस्वीरें, वीडियो पुराने और भ्रामक

दरिंगबाड़ी में बाघ के हालिया हमले की घटना के लिए हमने सर्च किया तो ओडिशापोस्ट डॉट कॉम में 13 जनवरी 2019 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें ये उल्लेख था कि ऐसा कोई भी हमला हाल में दरिंगबाड़ी क्षेत्र में नहीं हुआ. रिपोर्ट में फॉरेस्ट रेंजर के हवाले से ये भी दावा किया गया कि  स्थानीय लोगों ने ऐसी तस्वीरें और वीडियो इसलिए सर्कुलेट की ताकि छुट्टियां मनाने के लिए आने वाले सैलानी इस क्षेत्र से दूर रहें.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
चयन कुंडू/खुशदीप सहगल
  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 10:10 PM IST

सोशल मीडिया पर बाघों, शेरों और तेंदुओं की कहानियां अक्सर देखने को मिलती हैं. कई बार ये दिल को छू जाती है और कई बार दिल को दहला जाती हैं. हाल में बाघों के हिंसक हमलों से जुड़ी तस्वीरों और वीडियो ने सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा. कुछ ऐसे दावे सामने आए कि ये वीभत्स तस्वीरें ओडिशा के दरिंगबाड़ी की है. उत्तर प्रदेश के चंदौली ज़िले, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में वारंगल भी उन दावों में शामिल थे जो इन तस्वीरों की लोकेशन को लेकर इंटरनेट यूजर्स ने किए.

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इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीरें और वीडियो पुरानी हैं, इसलिए इनसे जुड़े जो दावे किए गए हैं वो झूठे हैं. सभी वायरल पोस्टों में, आतंकित करने वाले बाघों के हमले का वीडियो विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुप्स पर शेयर किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि ये हादसा दरिंगबाड़ी में एक पार्टी के दौरान हुआ.

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स पर दो से तीन बाघ बुरी तरह से हमला कर रहे हैं. वीडियो में उन भयभीत लोगों की चीख-पुकार भी सुनाई दे रही है जो दूर से उस शख्स को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. वीडियो में ये लोग बाघों को भगाने के लिए आवाज़ वाले पटाखे भी उनकी तरफ दागते देखते जा सकते हैं.

दरिंगबाड़ी में बाघ के हालिया हमले की घटना के लिए हमने सर्च किया तो ओडिशापोस्ट डॉट कॉम में 13 जनवरी 2019 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें ये उल्लेख था कि ऐसा कोई भी हमला हाल में दरिंगबाड़ी क्षेत्र में नहीं हुआ. रिपोर्ट में फॉरेस्ट रेंजर (वन रक्षक) के हवाले से ये भी दावा किया गया कि  स्थानीय लोगों ने ऐसी तस्वीरें और वीडियो इसलिए सर्कुलेट की ताकि छुट्टियां मनाने के लिए आने वाले सैलानी इस क्षेत्र से दूर रहें.

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नवभारत टाइम्स ने भी इस खबर को कवर करते हुए इसे ‘अफवाह’ बताया. इसमें सोशल मीडिया के एक यूजर के हवाले से ये भी बताया गया कि ये वीडियो चीन के एक चिड़ियाघर का है. हमने चीन के चिड़ियाघर में बाघ के हमले की घटना को लेकर यूट्यूब पर सर्च किया तो स्टारऑनलाइन पर ये वीडियो मिला. इसमें बताया गया कि पूर्वी चीन के योनगोर चिड़ियाघर में जून 2017 में एक शख्स को बाघ ने मार डाला था. ये शख्स टिकट के भुगतान से बचने के लिए शेर के बाड़े में घुस गया था.   

हमारे सामने अगली चुनौती तेंदुए के हमले की वायरल तस्वीरों की पुष्टि की थी. ऐसी ही एक तस्वीर में दिखाया गया था कि सड़क पर एक है और उसके आसपास कई मोटरबाइक पड़ी हुई हैं.

एक और तस्वीर में डरे हुए लोगों को पेड़ के ऊपर चढ़े देखा जा सकता है.

ये तस्वीरें बीते एक हफ्ते से सोशल मीडिया पर फैली हुई हैं. व्हाट्सअप पर जहां कुछ यूजर्स ने दावा किया कि तेंदुए का ये हमला बेंगलुरू के नंदी हिल्स में हुआ वहीं कुछ का कहना था कि हमला मुंबई की आरे मिल्क कॉलोनी में हुआ.

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल NPnews24 की रिपोर्ट में दावा किया गया कि हमला मुंबई की आरे कॉलोनी में हुआ.

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हमने उपलब्ध तस्वीरों में से एक को रिवर्स सर्च किया तो पाया कि ट्विटर यूजर @ketan83 ने अपने ट्वीट में ऐसी ही तस्वीरों को पोस्ट कर लोगों से  अपील की कि अफवाहों पर ध्यान ना दें. उसने दावा किया कि तेंदुए का ये हमला महाराष्ट्र के चिपलुन में हुआ

जब हमने 'leopard attack in Chiplun' कीवर्ड के साथ सर्च किया तो JaiMaharshtranews का एक न्यूज वीडियो देखने को मिला जिसमें चिपलुन में तेंदुए पर हुए हमले को देखा जा सकता है. हमने ठीक उस जगह को भी ढूंढ लिया जहां तेंदुआ सड़क पर लेटा था और आसपास मोटरबाइक्स दिख रही थीं.    

इंडिया टुडे इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि ये तस्वीरें और वीडियो ना सिर्फ पुराना और भ्रामक है बल्कि ये अलग अलग जगहों की अलग घटनाएं हैं.

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