प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में गंगा किनारे बसे शहरों में सबसे स्वच्छ पाया गया है. इस सर्वेक्षण में वाराणसी को बेस्ट गंगा टाउन का खिताब मिला है. दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर कीचड़ से भरी एक सड़क की फोटो वायरल हो रही है. फोटो में देखा जा सकता है कि पूरी सड़क खोदी हुई है और सीवेज के पानी से भरी है. दावा किया जा रहा कि ये तस्वीर वाराणसी की है.
कई फेसबुक यूजर्स ने इस तस्वीर को शेयर किया है, जिसके ऊपर लिखा है, “बनारस को बीजेपी सरकार ने लंदन बना दिया”.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है. वायरल तस्वीर दक्षिणी दिल्ली की एक कच्ची बस्ती संगम विहार की है.
इन पोस्ट के आर्काइव यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
AFWA की पड़ताल
रिवर्स सर्च की मदद से हमने पाया कि इसी तरह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर 2018 से वायरल हो रही है जिसके साथ दावा किया गया है कि यह दिल्ली की है.
हमें ट्विटर पर जनवरी, 2020 की ऐसी कई पोस्ट मिलीं, जिनमें उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, जो वाराणसी की बताई जा रही है. इन सभी पोस्ट में दिल्ली की खराब सड़कों के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की गई है.
हमें 2018 की एक और पोस्ट मिली, जिसमें मौजूद तस्वीरों में वायरल तस्वीर से मिलते जुलते दृश्य और दुकानें हैं. इस पोस्ट में कहा गया है कि ये तस्वीरें रतिया मार्ग, संगम विहार, दिल्ली की हैं.
तस्वीर को गौर से देखने पर पता चलता है कि एक केक की दुकान के साइन बोर्ड पर लिखा है- अंश केक पैलेस.
AFWA ने इस दुकान के मालिक दीपक अरोड़ा से संपर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ये तस्वीर दिल्ली के संगम विहार में गली नंबर 8, रतिया मार्ग, डी ब्लॉक की है.
उन्होंने कहा, “ये तस्वीर संगम विहार की है. हालांकि, ये कई महीने पुरानी है. उस समय उफनाती नालियों के निर्माण के लिए सड़क को तोड़ दिया गया था. लेकिन वह निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ और सड़क की हालत अब भी कमोबेश वैसी ही है.”
अरोड़ा ने हमें कुछ तस्वीरें भी भेजीं, जो रतिया मार्ग की मौजूदा हालत दिखाती हैं.
हमने गूगल मैप्स पर भी रतिया मार्ग पर मौजूद इस दुकान को लोकेट किया.
इसके अलावा, हमें ‘डाउन टू अर्थ’ और ‘डीएनए’ के आर्टिकल भी मिले, जिनमें दिल्ली की सबसे बड़ी अनधिकृत कॉलोनी संगम विहार में खराब ड्रेनेज सिस्टम की चर्चा की गई है.
पड़ताल से साफ है कि सड़क की दुर्दशा की जो तस्वीर वायरल हो रही है, वह वाराणसी की नहीं, बल्कि दिल्ली के रतिया मार्ग, संगम विहार की है.