इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा कि राहुल गांधी की रैली में भी मोदी-मोदी' के नारे लगाए गए. वीडियो में गुजरात कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर एक रैली में जनता को "राहुल गांधी जिंदाबाद" के नारे लगाने को बोल रहे हैं, लेकिन जनता जवाब में मोदी-मोदी के नारे लगा रही है. वीडियो में एक समय तो ऐसा आता है कि अल्पेश जनता पर नाराज होते दिखाई देते हैं, लेकिन फिर भी लोग मोदी के नारे लगाना बंद नहीं करते. वीडियो में राहुल गांधी भी इस रैली के दौरान मंच पर बैठे दिख रहे हैं.
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है- "ये अल्पेश ठाकोर खुद की तो इज्जत का तो फालूदा बनाया ही, लेकिन इनके भरोसे रहने वाला मंदबुद्धि बालक @RahulGandhi की भी बेइज्जती जनता ने खुब अच्छे से की। सलाम है गुजरात की जनता को."
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो भ्रामक है. यह वीडियो काट छांट कर बनाया गया है.
इस वीडियो को 'सीधी_सादी'( @ankahibate) नाम के एक ट्विटर यूजर ने शेयर किया है. खबर लिखे जाने तक पोस्ट को 1,400 से भी ज्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका था. फेसबुक पर भी लोग इस वीडियो को खूब शेयर कर रहे हैं.
अगर वीडियो को ध्यान से देखें तो इसमें साफ-साफ कई कट देखे जा सकते हैं, जो वीडियो की सच्चाई पर संदेह पैदा करता है. वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल शुरू की.
वीडियो में मंच पर गुजराती में 'महासम्मेलन' लिखा नजर आ रहा है. कुछ कीवर्ड की मदद से जब हमने इस वीडियो को इंटरनेट पर खोजा तो हमें गुजरात कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर इस रैली का पूरा वीडियो भी मिल गया. यह रैली 23 अक्टूबर 2017 को गांधीनगर में हुई थी. इसी समय अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी. इसी वीडियो का कुछ हिस्सा उठा कर वायरल वीडियो बनाया गया है.
असली वीडियो में 33 मिनट के बाद अल्पेश जनता से कहते हुए सुनाई दे हैं - 'मैं बोलूंगा राहुल गांधी तो आपको बोलना है जिंदाबाद जिंदाबाद.' इसके बाद अल्पेश 'राहुल गांधी' बोलते हैं और जनता जवाब में 'जिंदाबाद' बोलती हुई सुनाई दे रही है, लेकिन वायरल वीडियो में शरारत से अल्पेश के 'राहुल गांधी' बोलने के बाद 'मोदी-मोदी' के नारे वाले हिस्से को जोड़ दिया गया है.
इसके बाद वायरल वीडियो एक जगह ऐसा दिखने की कोशिश की गई है कि अल्पेश जनता को रोक रहे हैं लेकिन जनता फिर भी लगातार 'मोदी-मोदी' के ही नारे लगा रही है. अल्पेश वाला हिस्सा असली वीडियो में 12 मिनट के बाद आता है जहां पर अल्पेश जनता को शांत करवाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यहां पर भी वीडियो के साथ छेड़छाड़ करते हुए इसमें 'मोदी-मोदी' के नारे जोड़ दिए गए है.
यह फर्जी वीडियो 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले भी खूब वायरल हुआ था. उस समय ABP न्यूज ने भी इस वीडियो को भ्रामक बताया था.