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फैक्ट चेक: नेपाल में हिमस्खलन का वीडियो उत्तराखंड की आपदा से जोड़कर वायरल

एक पहाड़ के ऊपर से भारी मात्रा में नीचे की ओर सरकती बर्फ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने की जो घटना हुई है, ये उसी का वीडियो है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ग्लेशि‍यर टूटने का ये वीडियो उत्तराखंड के चमोली का है.
सच्चाई
ये वीडियो जनवरी 2021 में नेपाल के कपूचे ग्लेशियर झील में हुए हिमस्खलन का है, जिसमें किसी की मौत नहीं हुई. जबकि चमोली में हुए हिमस्खलन में 9 जनवरी तक 31 लोगों की जान जा चुकी है.
धीष्मा पुज़क्कल
  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST

एक पहाड़ के ऊपर से भारी मात्रा में नीचे की ओर सरकती बर्फ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने की जो घटना हुई है, ये उसी का वीडियो है.

रविवार 7 फरवरी की सुबह नंदादेवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट गया, जिससे हिमस्खलन शुरू हो गया. इस वजह से आई बाढ़ के रास्ते में आने वाला हाइड्रोइलेक्ट्रि‍क स्टेशन और कई घर बह गए. इस घटना में कम से कम 31 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा लोग लापता हैं. इस हिमस्खलन में NTPC की दो बिजली परियोजनाएं- तपोवन और ऋषि गंगा को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है और कई मजदूर सुरंगों में फंस गए हैं.

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एक 30 सेकेंड का वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है, “आज सुबह उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने का पहला वीडियो 7fub 2021”. इस क्लिप में कुछ लोगों को उत्साह के साथ हूटिंग करते हुए सुना जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. ये वीडियो जनवरी 2021 में नेपाल के कपूचे ग्लेशियर झील में हुए हिमस्खलन का है. इस घटना में किसी की भी जान नहीं गई थी.

ये वीडियो सोशल मीडिया पर ऐसे ही मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल है. वायरल पोस्ट के कुछ आर्काइव वर्जन यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

AFWA की पड़ताल

इनविड टूल की मदद से हमने पाया कि ये वीडियो पिछले महीने नेपाल में हुए एक हिमस्खलन का है. एक इंस्टाग्राम यूजर “naren32” ने 9 जनवरी, 2021 को इसे अपलोड करते हुए लिखा था, “सबसे घातक हिमस्खलन”.

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इस यूजर ने 11 जनवरी को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट और यूट्यूब चैनल पर इसी वीडियो का लंबा वर्जन डाला और लिखा कि ये वीडियो नेपाल की कपूचे झील में हिमस्खलन का है. 

यूट्यूब पर वीडियो के विवरण में लिखा है, “कपुचे झील में भारी हिमस्खलन. कपुचे ग्लेशियर झील समुद्र तल से 2546 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ये अन्नपूर्णा क्षेत्र में कास्की जिले के छोटे से गांव सिकल्स में है. इस झील को दुनिया की सबसे कम ऊंचाई वाली ग्लेशियर झील घोषित किया गया है. हमें इस पल को कैमरे में कैद करने के लिए झील में रात बितानी पड़ी और आखिरकार इसका फल मिला. हम खुद को फिल्माने लगे और तभी अचानक हिमस्खलन शुरू हो गया, बाकी सब इतिहास है.”

 

इस आधार पर हमने इंटरनेट पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें ऐसी खबरें मिलीं जिनसे ये पुष्टि हुई कि ये वीडियो नेपाल के कास्की जिले में कपूचे ग्लेशियर झील का है.

खबरों के मुताबिक, शंभू अधकारी नाम के एक पर्यटक के कैमरे में ये दृश्य कैद हो गया जब वह गिटार बजाते हुए खुद का वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था.

हमें 26 जनवरी 2021 को प्रकाशित "द वेदर चैनल" की एक रिपोर्ट भी मिली जो हिमस्खलन के बारे में है. इस रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इस घटना में किसी की जान का कोई नुकसान नहीं हुआ. इंडिया टुडे के काठमांडू संवाददाता ने भी पुष्टि की कि ये वीडियो नेपाल का ही है.

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इस तरह पड़ताल से साफ है कि जो वीडियो उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन का बताकर वायरल हो रहा है, वह नेपाल की कपूचे ग्लेशि‍यर झील का है. (सौरभ भटनागर के इनपुट के साथ)  

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