सोशल मीडिया पर सोने के सिक्कों से भरे एक टूटे हुए कंटेनर की तस्वीर वायरल हो रही है जो कीचड़ और गंदगी में पड़ा हुआ है. इस तस्वीर के साथ कहानी सुनाई जा रही है कि जम्मू-कश्मीर में वुलर झील के पास एक नहर की खुदाई करते समय एक मजदूर को ये सिक्के मिले हैं.
इस तस्वीर को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने अंग्रेजी में कैप्शन लिखा, जिसका हिंदी कुछ इस तरह होगा, “खजाना मिल गया खबरों के मुताबिक बारामूला क्षेत्र के एक मजदूर को शनिवार, 13 फरवरी, 2021 को वुलर झील के पास एक नहर की खुदाई करते वक्त सोने और चांदी के सिक्के मिले. इस प्रोजेक्ट में करीब 30 मजदूर काम कर रहे थे.”
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि इटली के कोमो टाउन की है. तस्वीर में दिख रहे सिक्के राजशाही युग के हैं जो 2018 में एक पुराने थिएटर की मरम्मत के दौरान मजदूरों को मिले थे.
ऐसे ही दावे के साथ ये तस्वीर फेसबुक पर वायरल है. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
AFWA की पड़ताल
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें 10 सितंबर, 2018 को छपी “द आयरिश सन” की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, इटली में एक थिएटर के नवीनीकरण के दौरान मजदूरों को एक कलश के अंदर भरे हुए 1500 साल पुराने सोने के सिक्के मिले थे.
इटली के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने भी 7 सितंबर, 2018 को इतालवी भाषा में कैप्शन के साथ यही तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की थी, जिसका अनुवाद है: कोमो के सेंटर में एक अजीबो-गरीब बनावट के कंटेनर में शाही युग के सैकड़ों सोने के सिक्के मिले. मंत्री @BonisoliAlberto ने कहा, “एक ऐसी खोज जिसने मुझे गर्व से भर दिया है.”
14 सितंबर, 2018 को छपी “ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन” की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया कि ऐतिहासिक क्रेसोनी थिएटर की खुदाई के दौरान प्रसिद्ध कोमो झील के किनारे सैकड़ों रोमन सोने के सिक्के मिले.
हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें जम्मू-कश्मीर में वुलर झील के पास सोने के सिक्के मिलने की बात कही गई हो. जाहिर है कि इटली में कोमो झील के पास मिले सोने के सिक्कों की एक पुरानी तस्वीर को जम्मू-कश्मीर की वुलर झील से जोड़कर झूठ फैलाया जा रहा है.