अपनी मांगें पूरी कराने के लिए किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर लगातार डटे हुए हैं. सोशल मीडिया पर अब कुछ लोग एक वीडियो शेयर करते हुए कह रहे हैं कि प्रदर्शनकारियों के पास से शराब की कई बोतलें बरामद हुई हैं.
वीडियो में देखा जा सकता है कि ‘टीवी9 भारतवर्ष’ का माइक लिए एक रिपोर्टर एक ट्रॉली से शराब की बोतलें निकालते हुए कहता है, “शराब की बोतलें निकल रही हैं, शराब के नशे में ट्रैक्टर चलाया जा रहा है...” इसके बाद वो किसानों के आंदोलन और आंदोलनकारियों के बारे में सवाल करने लगता है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “भाई पत्रकार महोदय क्या अब आंदोलनकारी दारू भी ना पियें? तुम बच के रहना इनकी पोल खोलना बोतल दिखाना महँगा पड़ सकता हैं ANI वाले की तरह तुम पर भी हमला हो सकता हैं. आपको लगता हैं अब भी ये किसान हैं?” पोस्ट को #FarmerProtest2024 के हैशटैग के साथ शेयर किया गया है.
गौरतलब है कि हाल ही में किसानों के प्रदर्शन के दौरान समाचार एजेंसी ‘एएनआई’ के एक कैमरामैन से कथित मारपीट की खबर आई थी.
आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो तीन साल पहले हुए किसान आंदोलन का है. इसका किसानों के हालिया ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन से कुछ लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च करने पर हमें ‘टीवी9 भारतवर्ष’ के यूट्यूब चैनल पर 26 जनवरी, 2021 को पोस्ट की गई एक रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है और इसमें रिपोर्टर का नाम विपिन चौबे बताया गया है.
ये रिपोर्ट कृषि कानून के खिलाफ किसानों के द्वारा 26 जनवरी, 2021 को निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पर आधारित है. इस रिपोर्ट में दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर से निकले ट्रैक्टर मार्च और हिंसा का विवरण है. विपिन चौबे की ये रिपोर्ट दिल्ली-गाजियाबाद के अप्सरा बॉर्डर की है.
विपिन ने भी ‘आजतक’ से इस बात की पुष्टि की कि ये वीडियो 2021 में कृषि कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन का है. 26 जनवरी के उपद्रव के बाद उन्हें एक किसान के ट्रैक्टर से ये शराब की बोतलें मिली थीं.
साफ है, 2021 में हुए कृषि आंदोलन के एक पुराने वीडियो को हालिया ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का बताकर शेयर किया जा रहा है.