सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है जिसमें कथित तौर पर बलात्कार के एक आरोपी एक को भीड़ ने एक पुल पर उल्टा टांग दिया. वीडियो में भीड़ में से कई लोगों को बांग्ला भाषा में बात करते हुए सुना जा सकता है. इस वीडियो को कई लोग पश्चिम बंगाल से जोड़ते हुए भारत का बता रहे हैं.
वीडियो को शेयर कर एक एक्स यूजर ने लिखा, “यह वीडियो बांग्ला का है. अब भारत में बलात्कारियों को जनता ही सजा देगी. क्योंकि पुलिस और सरकार तो उनको प्रोटेक्ट करती है. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का है. वीडियो में भीड़ द्वारा पकड़े गए लुटेरे को एक फुटओवर ब्रिज पर उल्टा लटकाया जा रहा है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने वीडियो को बांग्ला कीवर्ड्स की मदद से खोजा तो हमें वायरल वीडियो से जुड़े स्क्रीनशॉट्स बांग्लादेश की कई न्यूज रिपोर्ट्स में मिले. ढाका स्थित अजकर पत्रिका के मुताबिक, ये घटना बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा इलाके की है जब 25 फरवरी की रात को उत्तरा में भीड़ ने दो संदिग्ध लुटेरों को पकड़ा और उनकी पिटाई शुरू कर दी, जिसके बाद उन्हें उत्तरा के बीएनएस सेंटर में बने एक फुटओवर ब्रिज पर उल्टा लटका दिया गया था.
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायल युवकों को भीड़ से बचाया और कुवैत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप अस्पताल पहुंचाया था. रिपोर्ट में बताया कि 25 फरवरी को उत्तरा के बीएनएस सेंटर और अब्दुल्लापुर क्षेत्र में 2 अलग-अलग लूट की घटनाएं हुई थीं. जिसमें पुलिस ने नाजिम, बकुल, चान पाशा नाम के तीन लुटेरों गिरफ्तार किया था.
कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स में भी उत्तरा के बीएनएस सेंटर में हुई वायरल वीडियो वाली घटना में शामिल लुटेरों के नाम एम.डी. नाजिम और मो. बकुल बताए गए हैं. बांग्लादेशी मीडिया संस्थान समोय टीवी की वीडियो रिपोर्ट में भी यही जानकारी दी गई है.
वीडियो रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार हुए लोगों पर लुटेरे होने का आरोप लगाया गया था और कहा गया था कि पिछले कुछ दिनों से ढाका में चोरी की घटनाएँ काफी बढ़ गई थीं लेकिन 25 फरवरी की रात इन दोनों चोरों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया और फुटओवर ब्रिज पर उल्टा लटका दिया गया. गौरतलब है कि इन रिपोर्ट्स में इन लुटेरों द्वारा बलात्कार की घटना को अंजाम देने का जिक्र नहीं किया गया है.
साफ है, बांग्लादेश में लुटेरों को फुटओवर ब्रिज पर उल्टा लटकाए जाने वाले इस वीडियो को भारत का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.