पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से शुरू हुई डॉक्टरों की हड़ताल देश के अलग अलग शहरों तक पहुंच गई है. इसी बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि NRS मेडिकल कॉलेज में एक मरीज की मौत के बाद जिन दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई हुई थी, उनमें से एक कि मौत हो गई है.
सोमवार को कोलकाता के NRS मेडिकल कॉलेज में मुहम्मद शाहिद नाम के 75 साल के एक मरीज की मौत हो गई थी. इसके बाद मरीज के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में काम कर रहे डॉ परिवाह मुखर्जी और यश टेकवानी को बुरी तरह पीटा था. इस घटना के बाद ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को डॉक्टरों के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए देशभर में तीन दिन की हड़ताल का ऐलान किया था.
अब परिवाह मुखर्जी की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि डॉ मुखर्जी की मौत की खबर गलत है. फेसबुक और ट्विटर पर ये गलत खबर खूब वायरल हो रही है.
शुक्रवार शाम को पश्चिम बंगाल के गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी खुद परिवाह मुखर्जी से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. मुलाकात के बाद पत्रकारों को गवर्नर ने बताया था कि अब परिवाह मुखर्जी की हालत में सुधार हो रहा है.
पड़ताल के दौरान हमें टाइम्स नाउ के एक पत्रकार मयूख रंजन घोष का गुरुवार को किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में मयूख ने परिवाह मुखर्जी का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो बुरी तरह घायल दिख रहे हैं और किसी से बात करते हुए नज़र आ रहे हैं.
हालांकि ये ट्वीट गुरुवार का है, लेकिन वीडियो देखने में लगता है कि परिवाह मुखर्जी की हालत खतरे से बाहर है.