कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से सोशल मीडिया पर बुरी तरह से घायल तीन लोगों की तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो गया है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये कर्नाटक की हालिया तस्वीरें हैं जहां मुस्लिमों ने एक जैन मुनि पर हमला कर दिया.
तस्वीरों में एक महिला और एक पुरुष दिख रहे हैं, जिनके सिर से खून की धार बह रही है. वहीं एक उम्रदराज व्यक्ति के कंधे पर चोट का निशान दिख रहा है.
एक फेसबुक यूजर ने इस कोलाज को पोस्ट करते हुए लिखा, “कर्नाटक चुनाव के बाद के रुझान आने शुरू, जैन मुनि के साथ कई की मारपीट.”
वहीं, एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “कर्नाटक में जैन मुनि को ... ने मारा कांग्रेस ने जिंदाबाद के लगाए नारे.”
इन पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये तीनों ही तस्वीरें पुरानी हैं और इनका हालिया कर्नाटक चुनाव से कुछ लेना-देना नहीं है.
फोटो नं 1
रिवर्स सर्च करने पर हमें पता लगा कि अप्रैल 2018 में घायल महिला की इस फोटो को पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस ने ट्विटर पर पोस्ट किया था. साथ ही लिखा था कि विपक्षी दल के लोगों के साथ बंगाल में ऐसा व्यवहार किया जाता है.
साल 2019 में इस फोटो को नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों से जोड़कर भी शेयर किया गया था. ये किस दिन की और किस जगह की फोटो है, इस बारे में हम पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते. लेकिन इतनी बात तय है कि ये कम से कम पांच साल पुरानी है.
फोटो नंबर 2
'smhoaxslayer' वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये फोटो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साल 2017 में हुई एक घटना की है. दरअसल, उस वक्त तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति, अपनी पत्नी के एक अन्य शख्स से प्रेम संबंधों का विरोध कर रहा था. इसी के चलते उसकी पत्नी ने, अपने प्रेमी के साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया था.
इस घटना के बारे में रॉयल बुलेटिन नामक मुजफ्फरनगर के स्थानीय अखबार ने खबर छापी थी. इस अखबार के एडिटर ने 'smhoaxslayer' से बातचीत में इस बात की पुष्टि की थी कि ये फोटो उन्हीं के अखबार के एक पत्रकार ने ली थी.
फोटो नं 3
रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो 'डेक्कन क्रॉनिकल' की मार्च 2018 की एक रिपोर्ट में मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीर में दिख रहे उम्रदराज शख्स जैन मुनि उपाध्याय मयंक सागर जी महाराज हैं.
दरअसल उस वक्त जैन मुनि उपाध्याय मयंक सागर जी महाराज को एक एक्सीडेंट में चोटें लगी थीं. लेकिन पोस्टकार्ड न्यूज नाम की एक वेबसाइट ने उनकी फोटो के साथ खबर चला दी कि कर्नाटक में उन पर मुसलमानों ने हमला कर दिया. उस वक्त पोस्टकार्ड न्यूज के एडिटर महेश विक्रम हेगड़े को फर्जी खबर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
इस घटना के बारे में उस वक्त मीडिया में काफी चर्चा हुई थी.
कर्नाटक चुनाव को लेकर पिछले काफी समय से झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं. कुछ समय पहले तेलंगाना का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए उसे कर्नाटक में बीजेपी नेताओं की पिटाई का वीडियो बताया जा रहा था. तब भी हमने उसकी सच्चाई बताई थी.