सोशल मीडिया पर शेहला रशीद की एक फोटो इन दिनों खूब वायरल की जा रही है. इस वायरल फोटो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की पूर्व उपाध्यक्ष ने 2019 चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए वोट मांगे. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये दावा गलत है. शेहला ने मोदी के लिए वोट नहीं मांगे.
'मुस्लिमों तुम्हें खुदा का वास्ता...वोट मोदीजी को ही देना' शेहला की फोटो के साथ गुरूवार को सोशल मीडिया पर ये कैप्शन जड़ दिया गया.
इस फोटो को नेहा कुमारी नाम की एक यूज़र ने फेसबुक पर नरेंद्र दामोदर मोदी सपोर्टर नाम के एक ग्रुप में पोस्ट किया. इस फोटो पर 1,300 लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे चुके हैं और पोस्ट छपने तक इसे 163 लोगों ने फेसबुक पर ही शेयर भी किया.
इस फोटो ने ट्विटर पर भी खूब धूम मचाई. 'राष्ट्रीय अध्यक्ष' नाम के एक ट्विटर यूज़र ने इस फोटो को गुरूवार की शाम ट्वीट किया. उनके इस ट्वीट को पोस्ट छपने तक 372 ट्विटर यूज़र्स ने रीट्वीट किया और 870 लोगों ने इस ट्वीट को लाइक भी किया.
इस पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम AFWA ने अपनी जांच में पाया कि शेहला रशीद की ये फोटो दरअसल बेगूसराय में क्लिक किया गया था जहां वो सीपीआई टिकट पर चुनाव लड़ रहे कन्हैया कुमार को समर्थन देने पहुंची थीं.
हमने इस बात की पुष्टि करने के लिए शेहला के बेगूसराय में दिए पूरे भाषण को सुना, पूरे भाषण में शेहला ने कहीं भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को संबोधित नहीं किया.
जब AFWA ने शेहला रशीद से बात की तो उन्होंने भी यही कहा कि उन्होंने अपने भाषण में किसी भी तरीके से मुसलमानों को संबोधित नहीं किया.निष्कर्ष यही निकलता है कि शेहला रशीद कन्हैया कुमार के लिए वोट मांग रही थीं, नरेंद्र मोदी के लिए नहीं. फोटो के साथ डाला गया कैप्शन झूठ है.