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फैक्ट चेक: मुस्लिम शख्स की बेरहम पिटाई का पुराना वीडियो अब मीरा रोड हिंसा से जोड़कर हो रहा है शेयर

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि न तो ये वीडियो हाल-फिलहाल का है और न ही इसका मीरा रोड, मुंबई के हालिया तनाव से कुछ लेना-देना है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
मीरा रोड हिंसा में पुलिस ने एक मुस्लिम आरोपी को पकड़कर जमकर पीटा जिससे उसके शरीर पर निशान बन गए.
सच्चाई
ये वीडियो कम से कम साल 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है.
ज्योति द्विवेदी
  • नई दिल्ली,
  • 26 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:41 PM IST

बिस्तर पर लेटे हुए बुरी तरह से घायल एक मुस्लिम व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. वेशभूषा से मुस्लिम लग रहे इस शख्स के बारे में कहा जा रहा है कि इसकी ये हालत मुंबई के मीरा रोड इलाके में पुलिस की पिटाई से हुई है.

‘बीबीसी’ की 24 जनवरी की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के मीरा रोड इलाके में 21 जनवरी को शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद वहां 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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अब इसी संदर्भ में घायल मुस्लिम शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक व्यक्ति इस शख्स की लुंगी हटाकर उसकी चोटों को दिखाता है. ये व्यक्ति इतनी बुरी तरह चोटिल है कि उसकी त्वचा काली पड़ चुकी है. वीडियो में 'डीके बोस' गाना बज रहा है.

एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “मीरा रोड में ग़ज़ब की तुड़ाई हुई है. ऐसे कौन तोड़ता है भाई. मुंबई पुलिस ने तुड़ाई में बाबाजी के पुलिस को पीछे छोड़ दिया. जैसी करनी, उससे ज्यादा भरनी.”

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.  

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि न तो ये वीडियो हाल-फिलहाल का है और न ही इसका मीरा रोड, मुंबई के हालिया तनाव से कुछ लेना-देना है.

ये वीडियो कम से कम साल 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें पता लगा कि 10 अप्रैल, 2020 को एक फेसबुक यूजर ने एक अन्य वीडियो के साथ इस वीडियो की कुछ तस्वीरें शेयर की थीं. वीडियो के पहले हिस्से में 'बिफोर' कैप्शन लिखा है. इसमें एक दाढ़ी वाला व्यक्ति कहता है, “कोरोना जैसी बीमारी का कोई इलाज नहीं है. ये बीमारी नहीं, ये अल्लाह का आदाब है. आप लोगों के लिए.” इसके बाद के हिस्से में 'आफ्टर' कैप्शन लिखा है. इसमें वायरल वीडियो वाले शख्स के चेहरे और चोटिल शरीर की तस्वीरें हैं. इस वीडियो कोलाज के साथ बंगाली भाषा में कैप्शन लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद है, “आप वीडियो देखे बिना नहीं समझेंगे.”  

इसी तरह, 3 अप्रैल, 2020 को एक एक्स यूजर ने इस वीडियो की कुछ तस्वीरों को पोस्ट किया था. हालांकि इस पोस्ट में ये नहीं बताया गया है कि ये तस्वीरें किस घटना की हैं.

ये वीडियो किस घटना से संबंधित है और कब का है, इस बारे में हम पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते. लेकिन इतनी बात तय है कि ये वीडियो मीरा रोड की हालिया हिंसा से संबंधित नहीं है.

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आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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