सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्टकार्ड के हवाले से कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शंकराचार्यों को लेकर चल रहे विवाद के मामले में अब पीएम मोदी पर ही तंज कस दिया है.
गौरतलब है कि आगामी 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शंकराचार्यों की मौजूदगी को लेकर कुछ समय से विवाद की स्थिति बनी हुई है. खबरों के मुताबिक, ओडिशा और उत्तराखंड के शंकराचार्य ने प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इंकार कर दिया है. वहीं, कर्नाटक और गुजरात के शंकराचार्य ने इस कार्यक्रम को लेकर शुभकामनाएं तो दी हैं, लेकिन वो खुद इसमें जाएंगे या नहीं, ये स्पष्ट नहीं किया है.
इन सबके बीच सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हवाले से एक विवादास्पद बयान वाला पोस्टकार्ड वायरल हो रहा है. इसमें गडकरी की तस्वीर के साथ लिखा है, "जिसने 5 साल में मुझे एक भी एक्सप्रेस वे का उद्घाटन नहीं करने दिया, रेलमंत्री को वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी नहीं दिखाने दिया, वो किसी महंत या शंकराचार्य को राम मंदिर का उद्घाटन करने देगा?"
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
बहुत सारे लोग इस पोस्टकार्ड के नीचे 'सही बात है' और 'गडकरी जी यू आर ग्रेट लीडर ऑफ इंडिया' जैसे कमेंट कर रहे हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि गडकरी ने पीएम मोदी के बारे में इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है. ये पूरी तरह बेबुनियाद है.
राम मंदिर के बारे में क्या बोले गडकरी?
गडकरी ने हाल ही में कहा कि राम मंदिर आंदोलन सिर्फ एक मंदिर के लिए नहीं, बल्कि सभी के साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए चलाया गया एक जन जागरूकता अभियान था.
हमें गडकरी के नाम पर वायरल पोस्टकार्ड से संबंधित कोई खबर नहीं मिली. यहां एक अहम बात ये है कि इस वक्त राम मंदिर से जुड़ी छोटी-से-छोटी बात भी सुर्खियां बटोर रही है. ऐसे माहौल में अगर गडकरी ने इस किस्म का पीएम मोदी पर निशाना साधने वाला बयान सचमुच दिया होता, तो यकीनन इसके बारे में सभी जगह खबरें छपी होतीं.
हमने इस बारे में और जानकारी पाने के लिए नितिन गडकरी के ऑफिस में संपर्क किया. वहां के एक अधिकारी ने हमें बताया कि ये बयान पूरी तरह फर्जी है और उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत भी की है.