नूपुर शर्मा मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक बेहद सनसनीखेज दावा वायरल हो गया है. ऐसा कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में नूपुर के एक हिंदू समर्थक नरेश ने रउफ नाम के एक मुस्लिम का गला काट दिया, क्योंकि वो उसे मारने की धमकी दे रहा था.
फेसबुक से लेकर ट्विटर तक हर जगह कोल्हापुर की इस कथित घटना की चर्चा हो रही है.
एक शख्स ने इसके बारे में फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, “नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर "रऊफ" ने 'नरेश' की गर्दन रेतने की दी थी धमकी. नरेश ने आत्मरक्षा में रउफ की ही गर्दन उड़ा दी.. #कोल्हापुर. जय श्रीराम”.
इस कथित घटना के हत्यारे नरेश की बहुत सारे लोग तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उसने रउफ नाम के मुस्लिम का गला काट कर बहुत अच्छा काम किया.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि कोल्हापुर में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. वहां के एसपी शैलेश बलकवडे ने खुद ‘आजतक’ को ये बताया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
सबसे पहले हमने ऐसी किसी घटना के बारे में पता करने के लिए हिंदी, अंग्रेजी और मराठी कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया. लेकिन हमें ऐसी एक भी न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें ऐसे किसी मामले का जिक्र हो.
नूपुर शर्मा मामला पिछले काफी समय से लगातार चर्चा में बना हुआ है. इससे जुड़ी छोटी से छोटी घटना भी सुर्खियों में आ ही जाती है. जाहिर है, अगर नूपुर शर्मा के किसी समर्थक ने किसी मुस्लिम का गला काट दिया होता, तो इसे लेकर देश की सभी मीडिया वेबसाइट्स में खबर छपी होती. लेकिन, हमें ऐसा कुछ नहीं मिला.
हमने पक्की जानकारी पाने के लिए कोल्हापुर के एसपी शैलेश बलकवडे को फोन किया. उन्होंने हमें बताया कि नूपुर शर्मा मामले को लेकर लगातार फर्जी खबरें वायरल हो रही हैं. ये भी ऐसी ही एक मनगढ़ंत खबर है.
कोल्हापुर के ‘आजतक’ संवाददाता दीपक सूर्यवंशी ने भी हमें यही बताया कि ये सिर्फ एक अफवाह है. हमने इस बारे में जानकारी पाने के लिए कोल्हापुर के कुछ दूसरे पत्रकारों से भी बात की. उनका भी यही कहना था कि ऐसा कोई मामला वहां सुनने में नहीं आया है.
नूपुर शर्मा के समर्थन की वजह से हुई हत्याएं
21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के एक फार्मासिस्ट की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद 28 जून को गौस मोहम्मद और रियाज अत्तारी नाम के दो युवकों ने राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नाम के एक टेलर को जान से मार दिया. कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे- दोनों के ही सोशल मीडिया अकाउंट से नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखा गया था.
साफ है, सांप्रदायिक एंगल वाली एक काल्पनिक कहानी को शेयर करके लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है.