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फैक्ट चेक: महाराष्ट्र में पुलिस को धमकाने का पुराना वीडियो कर्नाटक का बताकर वायरल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो कर्नाटक का है जहां चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद कुछ मुसलमानों ने एक पुलिसकर्मी को धमकी दी. इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो करीब चार साल पुराना है. ये घटना महाराष्ट्र की है और इसका कर्नाटक से कुछ लेना-देना नहीं है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो कर्नाटक का है जहां चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद कुछ मुसलमानों ने एक पुलिसकर्मी को धमकी दी.
सच्चाई
ये महाराष्ट्र में चार साल पहले हुई घटना का वीडियो है. इसका कर्नाटक से कुछ लेना-देना नहीं है.
विकास भदौरिया
  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2023,
  • अपडेटेड 8:47 PM IST

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही रस्साकशी के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये कर्नाटक का है, जहां चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद लोगों ने पुलिस को धमकाना शुरू कर दिया है.

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वीडियो में एक मुस्लिम शख्स एक पुलिसकर्मी को धमकाते हुए कहता है, 'अगर तेरे में हिम्मत है तो वर्दी उतार के मिल ले.'

एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'अभी तो मुख्य मंत्री ने शपथ भी नही ली और ये हाल है कर्नाटक में... बधाई हो जीत की....#अमोघ16052023.' इस ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो करीब चार साल पुराना है. ये घटना महाराष्ट्र की है और इसका कर्नाटक से कुछ लेना-देना नहीं है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर इस घटना का एक मिनट 57 सेकंड लंबा वर्जन मिला. वायरल वीडियो इसी वीडियो का हिस्सा है. ये वीडियो यूट्यूब पर आठ जनवरी, 2021 को अपलोड किया गया था.

वीडियो में 20 सेकंड पर एक शख्स को पुलिसकर्मी से मराठी में बात करते हुए सुना जा सकता है. गौर से देखने पर पुलिसकर्मी की बांह पर महाराष्ट्र पुलिस का बैज भी नजर आता है.

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कीवर्ड सर्च से हमें फेसबुक पर एक यूजर द्वारा 20 सितंबर, 2018 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. हमने पाया कि दोनों वीडियो एक ही हैं. कैप्शन में इसे महाराष्ट्र के धुले जिले की घटना बताया गया है. लेकिन हमें धुले के साथ सर्च करने पर कुछ नहीं मिला. इस वीडियो के कमेंट सेक्शन में केदार धनगर नाम के यूजर ने मराठी में जानकारी दी है कि ये घटना महाराष्ट्र के चोपडा बस स्टैंड की है.

धनगर ने इंडिया टुडे को बताया कि ये घटना 2018 की है और वो इसके प्रत्यक्षदर्शी हैं. उन्होंने हमें बताया, 'मैं बस स्टैंड पर अपनी बस का इंतजार कर रहा था, तभी एक पुलिसकर्मी ने वहीं खड़े एक फल विक्रेता से अपनी गाड़ी हटाने को कहा. इस पर दोनों के बीच विवाद हो गया और फल विक्रेता ने अपने कुछ जानकारों को घटनास्थल पर बुला लिया.'

उनके मुताबिक इसी बीच दोनों पक्षों के बीच बात बिगड़ गई और बुलाए गए लोगों ने पुलिसकर्मी को चेतावनी तक दे डाली, जिसे वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है.

‘चोपडा’ के साथ सर्च करने पर हमें फेसबुक पर एक और यूजर द्वारा 24 सितंबर, 2018 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. वहां भी इसे महाराष्ट्र में जलगांव जिले के चोपडा बस स्टैंड की घटना बताया गया है.

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इस घटना की पुष्टि चोपडा थाने के एसएचओ अवतार सिंह चवन ने भी की. उन्होंने हमें बताया कि ये 2018 में हुई चोपडा बस स्टैंड की घटना है और इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. चवन ने बताया, 'इस घटना के पीछे कोई सांप्रदायिक कारण नहीं था. ये वीडियो एक पुलिसकर्मी और एक फल विक्रेता के बीच हुए विवाद की घटना का है.'

साफ है कि महाराष्ट्र में हुई एक पुरानी घटना के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर कर्नाटक का बताकर शेयर किया जा रहा है.

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