पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. खबरों के मुताबिक अब पाकिस्तान में खाने-पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं. आटे जैसी मूलभूत जरूरत की चीज को लेकर तो पाकिस्तान की आम जनता के बीच हो रहे झगड़ों के कई वीडियो सामने आ चुके हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें कई लोग हाथों में बर्तन लिए हुए एक लाइन में खड़े हैं. कुछ लोग इस तस्वीर को शेयर करते हुए इसे पाकिस्तान में चल रहे आर्थिक संकट से जोड़ रहे हैं.
एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “ये खूबसूरत तस्वीर परमाणु बम शक्ति सम्पन्न पाकिस्तान से आई है...और इनको कश्मीर चाहिए पर फिलहाल वहां आटा भी 170 रुपये किलो बिक रहा है वो भी सबको नहीं मिल पाता. कटोरा पतीला भिगोना परात सब है मांगने वाले के हाथो में.”
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल हो रही ये तस्वीर हाल फिलहाल की नहीं, बल्कि तकरीबन 12 साल पुरानी है. ये तस्वीर पाकिस्तान के एक बाढ़ राहत केंद्र में साल 2010 में खींची गई थी. हालांकि इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि पाकिस्तान में खाद्य संकट के चलते हालात दिन-ब-दिन खराब नहीं हो रहे हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
जब हमने इस तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो ये हमें ‘ द गार्डियन’ वेबसाइट में छपी एक खबर में मिल गई. 24 अगस्त, 2010 को छपी इस खबर में, पाकिस्तान में आई बाढ़ और उससे प्रभावित लोगों की कई तस्वीरें हैं. वायरल तस्वीर भी इन्हीं में से एक है. इस तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक ये पाकिस्तान के सुक्कुर इलाके में बनाए गए एक अस्थाई राहत शिविर के बाहर खाने के इंतजार में एक पंक्ति में खड़े लोगों की तस्वीर है. इसके अलावा हमें ‘CNN.com’ की वेबसाइट पर भी ये तस्वीर मिली. 24 अगस्त, 2010 को छपी इस खबर में, इस तस्वीर में दिख रहे लोगों को साल 2010 में पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ के पीड़ित बताया गया है. साल 2010 में पाकिस्तान में जबरदस्त बाढ़ आई थी जिससे करीब दो करोड़ लोग प्रभावित हुए थे. जानकारी के मुताबिक उस बाढ़ में करीब 10 लाख लोग बेघर हुए थे और उन्हें राहत शिविरों में कई दिन बिताने पड़े थे.
इससे साफ है कि इस तस्वीर का पाकिस्तान के मौजूदा आर्थिक संकट से कोई ताल्लुक नहीं है.
क्या है पाकिस्तान का मौजूदा संकट?
दरअसल पाकिस्तान पिछले कुछ सालों से आर्थिक संकट से लगातार घिरा रहा है. और अब पाकिस्तान में बढ़ते विदेशी कर्ज, घटते विदेशी मुद्रा भंडार और विश्व स्तर पर बढ़ती महंगाई ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है . इस संकट के चलते पाकिस्तान में महंगाई दर 23 फीसदी तक जा पहुंची है और उसकी अवाम के लिए खाने-पीने के सामान और रसोई गैस जैसी बुनियादी चीजों की भी कमी हो गई है.