इन दिनों एक सैनिक को गुस्से से मुक्का दिखाती छोटी बच्ची का वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर खूब शेयर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये सैनिक रूस का है और बच्ची यूक्रेन की है. लोग बच्ची की खूब तारीफ कर रहे हैं. कह रहे हैं कि इतनी छोटी-सी उम्र में वह बिना डरे रूसी सैनिक को अपने देश से बाहर जाने के लिए कह रही है.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “यूक्रेन की बच्ची गुस्से से परिपूर्ण होकर एक रूसी सैनिक को यूक्रेन से बाहर जाने के लिए कह रही है. यहां बच्ची की देशभक्ति प्रशंसनीय है तो सशस्त्र रूसी सैनिक का धैर्य भी प्रशंसनीय है.”
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2012 का है. इसमें दिख रही बच्ची फिलिस्तीनी है और सैनिक इजरायली. जाहिर है, इसका रूस-यूक्रेन युद्ध से कोई संबंध नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रूसी सर्च इंजन यांडेक्स पर रिवर्स सर्च किया. ऐसा करने पर हमें इस वीडियो का एक अंश डच भाषा के एक वेरिफाइड मीडिया हैंडल पर मिला. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक इस बच्ची का नाम अहद तमीमी है और ये फिलिस्तीन की रहने वाली है.
कीवर्ड सर्च के जरिये तलाशने पर हमें ‘एसोसिएटेड प्रेस’ की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीेरें मिलीं. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, नवंबर 2012 में 12 साल की अहद ने एक प्रदर्शन के दौरान एक इजरायली सिपाही को मुक्का दिखाया था.
‘बीबीसी’ एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त अहद इजरायली सैनिकों द्वारा अपने भाई को गिरफ्तार किए जाने से नाराज थी. साल 2015 में उन्होंने अपने छोटे भाई को गिरफ्तार करने वाले एक इजरायली सैनिक के हाथ पर दांत से काट लिया था.
इसके बाद साल 2017 में उन्होंने एक प्रदर्शन के दौरान एक इजरायली सैनिक को थप्पड़ मार दिया था. इसके लिए उन्हें आठ महीने जेल और आर्थिक जुर्माने की सजा दी गई थी.इन वाकयों ने जहां अहद को कई लोगों की नजर में रोल मॉडल बना दिया था, वहीं कई लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति भी जताई थी. साफ है कि साल 2012 के एक वीडियो को रूस-यूक्रेन विवाद से जोड़ कर पेश किया जा रहा है.