राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो महीने से चल रहा किसानों का आंदोलन गणतंत्र दिवस के मौके पर हिंसक हो गया. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर धावा बोल दिया और इसकी प्राचीर पर एक अपना भी झंडा फहरा दिया. इसके तुरंत बाद इंटरनेट पर झंडे को लेकर बहसें शुरू हो गईं. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर जो झंडा फहराया, वह खालिस्तानी झंडा नहीं बल्कि सिखों का धार्मिक झंडा निशान साहिब था.