
माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला के बेटे 'जैन नडेला' की मौत हो गई है. जैन की उम्र 26 साल थी. आपको बता दें कि जैन जन्म के बाद से ही Cerebral Palsy से पीड़ित थे. माइक्रोसॉफ्ट ने अपने एक्सीक्यूटिव स्टाफ को एक ईमेल के जरिए इस बात की जानकारी दी. जैन का इलाज चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में चल रहा था. जैन की मौत के बाद हॉस्पिटल के सीईओ जेफ स्पेरिंग ने बोर्ड से एक मैसेज में कहा, 'जैन को म्यूजिक की पसंद के लिए याद किया जाएगा. उनकी शानदार मुस्कान से हर उस इंसान को खुशी मिलती थी, जो उनसे प्यार करते थे. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy). विस्तार से जानते हैं इस बीमारी के बारे में-
क्या है सेरेब्रल पाल्सी
सेरेब्रल पाल्सी मस्तिष्क और मांसपेशियों से जुड़ी एक समस्या होती है. यह बीमारी बच्चों में पाई जाती है. यह बीमारी मस्तिष्क में चोट लगने के कारण होती है. शिशुओं में या चार साल से कम उम्र के बच्चों में यह बीमारी देखने को मिलती है। ये बीमारी संक्रामक नहीं होती है. यह मस्तिष्क में हुए किसी डैमेज के कारण होती है जो आमतौर पर जन्म से पहले,जन्म के दौरान या उसके तुरंत बाद हो सकती है. इस बीमारी के लक्षण सभी में अलग-अलग नजर आते हैं.
सेरेब्रल पाल्सी के कारण
सेरेब्रल पाल्सी मस्तिष्क के असामान्य विकास या विकासशील मस्तिष्क को नुकसान के कारण होता है. यह आमतौर पर बच्चे के जन्म से पहले होता है, लेकिन यह जन्म के समय या उसके तुरंत बाद भी हो सकता है. कई मामलों में, इसका कारण अज्ञात होता है. सेरेब्रल पाल्सी के संभव कारणों में ये शामिल हैं-
- गर्भावस्था की शुरुआत में संक्रमण जो विकासशील भ्रूण को प्रभावित करते हैं.
- भ्रूण के विकासशील मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति सही से ना हो पाना.
- प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के दिमाग में रक्तस्राव.
- भ्रूण को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन ना मिल पाना.
- मोटर वाहन दुर्घटना में या गिरने से शिशु के सिर में चोट लगना.
- गर्भ में पल रहे शिशु के दिमाग के आसपास सूजन होना.
सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण
सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग नजर आते हैं. किसी-किसी में इस बीमारी का असर पूरे शरीर में देखने को मिलता है जबकि कुछ लोगों में यह बीमारी शरीर के कुछ हिस्सों को ही प्राभावित करती है. आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षणों के बारे में-
- मांसपेशियों में खिंचाव होना.
- मांसपेशियों में सिकुड़न होना.
- शरीर का एक हिस्सा दूसरे के मुकाबले क उपयोग कर पाना.
- खाना खाने या निगलने में तकलीफ होना
- बोलने में कठिनाई या शब्द काफी मुश्किलों से निकल पाना.
-अत्यधिक लार का आना
- घुटनों को अंदर की तरफ मोड़कर चलना.
- चलने में कठिनाई होना
- मांसपेशियों में संतुलन की कमी.
बच्चे के जन्म से पहले महिलाओं को रखना चाहिए किन बातों का ध्यान
अधिकतर मामलों में सेरेब्रल पाल्सी को रोका नहीं जा सकता है लेकिन इसका पता लगाकर इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है. ऐसे में कुछ कदम उठाकर आप इस बीमारी की जटिलताओं को कम कर सकते हैं.
गर्भवती महिलाएं रखें अपना ख्याल- बच्चे को सेरेब्रल पाल्सी के खतरे से बचाने के लिए मां का स्वस्थ रहना काफी जरूरी होता है. जरूरी होता है कि गर्भावस्था के दौरान महिला अपने खानपान का खास ख्याल रखें और खुश रहे.
टीकाकरण का रखें खास ध्यान- गर्भावस्था क दौरान महिलाओं को कई तरह के टीकाकरण लगाए जाते हैं जो उनके और होने वाले बच्चे की सेहत के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. ऐसे में टीकाकरण का खास ख्याल रखें.
डिलीवरी से पहले और शुरुआत में रखें ख्याल- प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर के पास नियमित जांच के लिए जाएं. नियमित जांच से आपको और भी कई तरह की समस्याओं का पहले से पता चल जाता है जिसे समय पर ठीक किया जा सकता है.