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बच्चों में फैल रही लिवर की इस रहस्यमयी बीमारी ने बढ़ाई चिंता, इन 10 लक्षणों पर रखें नजर

बच्चों में हेपेटाइटिस के मामले अचानक से बढ़ गए हैं, जिसे लेकर पैरेंट्स चेतावानी दी जा रही है. पूरी दुनिया में एक्सपर्ट इस बीमारी के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं. 12 देशों से अब तक कुल 169 मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ब्रिटेन (114) से हैं.

बच्चों में फैल रही लिवर की रहस्यमयी बीमारी ने बढ़ाई चिंता, इन 10 लक्षणों पर रखें नजर (Photo: Getty Images) बच्चों में फैल रही लिवर की रहस्यमयी बीमारी ने बढ़ाई चिंता, इन 10 लक्षणों पर रखें नजर (Photo: Getty Images)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST
  • बच्चों में बढ़ा लिवर से जुड़ी इस बीमारी का खतरा
  • पूरी दुनिया में सैकड़ों संक्रमित, एक की मौत

कोरोना वायरस की महामारी का खतरा अभी टला नहीं कि बच्चों में एक रहस्यमयी बीमारी ने दस्तक दे दी है. बच्चों में हेपेटाइटिस के मामले अचानक से बढ़ गए हैं, जिसे लेकर पैरेंट्स को चेतावानी दी जा रही है. पूरी दुनिया में एक्सपर्ट इस बीमारी के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं. बच्चों में हेपेटाइटिस के अब तक कुल 169 मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ब्रिटेन (114) से हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO) ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है.

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एक्सपर्ट बता रहे हैं कि ज्यादातर बच्चों में डायरिया और जी मिचलाने जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं. इसके अलावा, त्वचा में पीलापन यानी पीलिया (जॉन्डिस) जैसे लक्षण सामने आए हैं. यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) के अधिकारियों का कहना है कि बीमारी के पैटर्न से पता चलता है कि एडिनोवायरस इंफेक्शन इन मामलों के बढ़ने की असल वजह है. रिपोर्ट के मुताबिक, साल की शुरुआत में जिन बच्चों में हेपेटाइटिस की जांच की गई थी, उनमें लगभग 75 फीसद में इसकी पुष्टि हुई है.

1-5 साल के बच्चों में खतरा ज्यादा
गौर करने वाली बात ये भी है कि इनमें से करीब 16 फीसद बच्चे कोविड-19 का शिकार थे. इसलिए कम्यूनिटी में इंफेक्शन का हाई लेवल भी इसकी एक वजह हो सकता है. लैब डेटा के अनुसार, ये वायरस 1 से 5 साल की उम्र के बच्चों में ज्यादा फैल रहा है. UKHSA में क्लीनिकल एंड इमर्जिंग इंफेक्शन्स की डायरेक्टर डॉ. मीरा चंद कहती हैं, 'हेपेटाइटिस के लक्षणों को लेकर पैरेंट्स को अलर्ट रहना चाहिए. बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से संपर्क करें.'

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कैसे टूटेगी इंफेक्शन की चेन?
एक्सपर्ट ने कहा, 'बीमारी को गंभीरता से लेते हुए हैंडवॉश और रेस्पिरेटरी हाइजीन जैसी बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. इससे एडिनोवायरस समेत कई प्रकार के कॉमन इंफेक्शन्स के फैलने का खतरा कम होगा. जिन बच्चों में गैस्ट्रोइंटसटाइनल इंफेक्शन के लक्षण जैसे कि उल्टी या डायरिया की समस्या दिखाई दे रही है, उन्हें स्कूल भेजने की बजाए घर में ही रखें. शरीर में लक्षण दिखना बंद होने के 48 घंटे तक इसे जारी रखें.'

इन देशों में बढ़ रहे मामले
बच्चों में इस रहस्यमयी बीमारी के सबसे ज्यादा मामले ब्रिटेन (114) में पाए गए हैं. इसके बाद स्पेन (13), इजरायल (12), अमेरिका (9), डेनमार्क (6), आयरलैंड (करीब 5), नीदरलैंड (4), फ्रांस (2), नॉर्वे (2), रोमानिया (2) और बेल्जियम (1) का नाम लिस्ट में है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीमारी से एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है. हालांकि ये मौत किस देश में हुई है, इसकी फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. 17 बच्चों में बीमारी की गंभीरता को देखते हुए लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड-19 वैक्सीन की वजह से बच्चों के शरीर को कोई नुकसान नहीं हुआ है. 

हेपेटाइटिस के लक्षण
यूरिन में पीलापन
पीला या ग्रे कलर का मल
स्किन में खुजली
आंख या स्किन का पीला पड़ना
मांसपेशियों-जोड़ों में दर्द
तेज बुखार
बीमार महसूस करना
बेवजह थकावट महसूस होना
भूख ना लगना
पेट दर्द

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