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Omicron: ओमिक्रॉन से अधिक संक्रामक है उसका ये सबवैरिएंट, स्टडी ने बढ़ाई वैज्ञानिकों की चिंता

Omicron subvariant BA.2: ओमिक्रॉन के BA.2 वैरिएंट को सबसे तेजी से फैलने वाला सबवैरिएंट माना जा रहा है. भारत में भी इस वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं और दुनिया के 40 से अधिक देशों में यह फैल चुका है. हालही में सामने आई स्टडी के मुताबिक, इस सबवैरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है, जिसके बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

(Image credit: Pixabay) (Image credit: Pixabay)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 12:13 PM IST
  • भारत में भी इस नए सबवैरिएंट के मामले सामने आए हैं
  • BA.2 सबवैरिएंट, ओमिक्रॉन के मूल वैरिएंट से तेजी से फैलता है
  • वैज्ञानिकों ने जताई चिंता

पिछले 24 घंटे में देश में 1.6 लाख के ऊपर केस सामने आए. कोरोना के केस तो कम हो रहे हैं, लेकिन मौतों के आंकड़ों में बढ़त देखी गई है. देश में अभी 17 लाख से अधिक एक्टिव केस हैं. दुनिया भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के पीछे नया वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron variant) जिम्मेदार है ही, अब इसके नए सब वैरिएंट भी चिंता बढ़ा रहे हैं. ओमिक्रॉन के 3 सबवैरिएंट हैं, BA.1, BA.2 और BA.3. लेकिन इनमें से ओमिक्रॉन के सबवैरिएंट BA.2 को सबसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है.

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हाल ही में हुई एक स्टडी में बताया गया है कि ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BA.2 उसके मूल रूप की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहा है. कुछ केसों में यह भी देखा गया है कि यह सबवैरिएंट बूस्टर डोज लेने वाले लोगों को भी चपेट में ले रहा है. 

क्या कहती है रिसर्च

(Image Credit : Pixabay)

यह रिसर्च कोपेनहैगन यूनिवर्सिटी, स्टेटिस्टिक्स डेनमार्क, टेक्नीकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क और स्टेटन्स सीरम इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों द्वारा यह स्टडी की गई है और इस स्टडी का नेतृत्व कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (सैन फ्रांसिस्को) के चार्ल्स चिउ (Charles Chiu) ने किया था. 

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, के शोधकर्ताओं के मुताबिक, वैक्सीन ले चुके जो लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए हैं, उन्हें भी मौजूदा वायरस और भविष्य में आने वाले वायरस से संक्रमित होने का खतरा है. हमारी रिसर्च बताती हैं कि अगर भविष्य में कोई वैरिएंट अधिक तेजी से संक्रमण फैलाता है, तो ओमिक्रॉन से विकसित हुई इम्यूनिटी संक्रमण को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं होगी.

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रिसर्चर्स ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने पर भी जोर दिया. ताकि भविष्य में नए वैरिएंट से संक्रमित होने और बीमार होने से बचा जा सके. 

अधिक संक्रामक है नया वैरिएंट

एक दूसरी रिसर्च में पाया गया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का यह सबवैरिएंट अधिक संक्रामक है, जो तेजी से लोगों अपनी चपेट में ले रहा है. रिसर्च के मुताबिक, डेनमार्क में दिसंबर और जनवरी में 8,541 घरों से आंकड़े लिए और उनकी स्टडी की गई.

जिसमें पाया गया कि अगर कोई BA.2 से संक्रमित है, तो उसके कारण घर के अन्य लोगों के संक्रमित होने का जोखिम 39 प्रतिशत था और ओमिक्रॉन के मूल वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति से घर के अन्य लोगों को संक्रमित होने का जोखिम 29 प्रतिशत था. यानी की BA.2 वैरिएंट, ओमिक्रॉन के मूल से अधिक संक्रामक है और तेजी से फैलता है.

वैक्सीनेशन वाले लोगों को है कम जोखिम

(Image Credit : Pixabay)

रिसर्चर्स के मुताबिक, इस वैरिएंट से संक्रमित होने का जोखिम उन लोगों में अधिक था, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी. जिन लोगों ने वैक्सीनेशन कराया था, उन लोगों में इस वैरिएंट के खिलाफ पॉजिटिव रिजल्ट भी देखने मिले. 

UK के हेल्थ ऑफिसर्स द्वारा पिछले हफ्ते जारी की गई रिपोर्ट में पाया गया कि ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BA.2 मूल वैरिएंट से तेजी से फैलने और संक्रमित करने में सक्षम है. अगर किसी ने वैक्सीन की बूस्टर डोज ली हुई है, तो उसे नए स्ट्रेन से खतरा कम हो सकता है. 

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BA.1 अभी भी दुनिया भर में सबसे मुख्य वैरिएंट बना हुआ है. लेकिन हाल ही में आई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि भारत, दक्षिण अफ्रीका और डेनमार्क सहित कुछ देशों में BA.2 वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है.

अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पूर्व कमिश्नर स्कॉट गॉटलिब (Scott Gottlieb) के मुताबिक, ओमिक्रॉन सबवैरिएंट मूल वैरिएंट की अपेक्षा संक्रामक लग रहा है. लेकिन अभी तक मिले आंकड़े यह नहीं बताते हैं कि यह वैरिएंट अधिक खतरनाक है या फिर वैक्सीनेशन वाले लोगों को भी संक्रमित करता है. 

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