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कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की तूफानी रफ्तार ने देश के सभी राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है. एक्सपर्ट के मुताबिक, इस ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के लक्षण डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) से कुछ हल्के हैं, लेकिन यह काफी तेजी से फैल रहा है. दुनिया भर में इस नए वैरिएंट को लेकर अलग-अलग स्टडीज की जा रही हैं. कुछ स्टडीज के नतीजे चिंताजनक हैं तो कुछ उम्मीद जगाने वाले भी हैं.
पैंडमिक से एंडेमिक की ओर जा रहे हैं: मार्को कैवेलरी
एम्स्टर्डम में वैक्सीन रणनीति के प्रमुख मार्को कैवेलरी (Marco Cavaleri) ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि "हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम अभी भी एक महामारी में फंसे हुए हैं. इस बारे में कोई नहीं जानता कि हम इससे बाहर कब निकलेंगे, लेकिन निकलेंगे जरूर."
उन्होंने आगे कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से प्रसार से महामारी से बाहर लाने में मदद मिल सकती है. क्योंकि कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने के कारण दुनिया एंडेमिक (Endemic) की ओर आगे बढ़ रही है और लोग उसके साथ आसानी से रहने में सक्षम होते दिख रहे हैं. हम तेजी से एक ऐसे परिदृश्य की ओर बढ़ रहे हैं जो महामारी के अंत के काफी करीब है.
बार-बार बूस्टर डोज देना सही नहीं
कैवेलरी ने चेतावनी दी कि बार-बार कोविड बूस्टर का उपयोग करना एक स्थायी रणनीति नहीं है. अगर हमारे पास एक रणनीति है जिसमें हम हर 4 महीने में बूस्टर देते हैं, तो हम संभावित रूप से इम्यून सिस्टम को कमजोर या उसमें समस्याएं पैदा (Problems with immune response) कर रहे होते हैं. और दूसरी बात यह कि बूस्टर डोज के निरंतर प्रयोग से आबादी में थकान का खतरा भी रहता है.
फ्लू के टीके जैसी रणनीति अपनाएं
कैवेलरी ने आगे कहा कि लगातार बूस्टर डोज देने की बजाय जिस तरह से फ्लू के टीके वर्तमान में दिए जाते हैं, उस तरह बूस्टर डोज को लंबे अंतराल पर देने और ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ तालमेल बिठाने के बारे में सोचना चाहिए. EMA ने कहा कि कई ऐसी रिसर्च हो चुकी हैं कि जो बताती हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट में हॉस्पिटल में भर्ती होने का खतरा डेल्टा वैरिएंट से एक तिहाई या फिर आधा है.
इसके अलावा लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के प्रोफेसर डेविड हेमैन (David Heymann) ने कहा कि 'ब्रिटेन इस महामारी से उभरने वाले उन देशों में से एक हो बन सकता है जिसकी लगभग 95% आबादी में अब COVID के खिलाफ एंटीबॉडी हैं, जो वैक्सीनेशन या संक्रमण के फैलने से प्राप्त हुई है.