
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पास हाल में एक ऐसी फरमाइश आई जिसको लेकर उन्हें भी कोई उपाय नहीं सूझ रहा.
देश के सबसे अमीर माने जाने वाले मंदिर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम का कहना है कि कोविड महामारी के कारण भक्तों की आवाजाही में अड़चन आ जाने से पैसे का संकट खड़ा हो गया है.
मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष वाइ.वी. सुब्बा रेड्डी ने सीतारमण से मिलकर गुजारिश की कि मंदिर के पास 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का जो अंबार लगा है, उसके एवज में 50 करोड़ रुपए दिलवा दें.
मंदिर प्रशासन का कहना है कि ये नोट नवंबर 2016 में नोटबंदी लागू होने के बाद भक्तगण यहां की दानपेटियों में चुपके से डाल गए थे.
अब बताइए, देश की वित्त मंत्री के सामने नोटों की यह विचित्र ही समस्या आई है. क्या समाधान हो सकता है इसका भला!