
उत्तर भारत के लोग बारिश के अहसास को अभी तक भूले नहीं होंगे. और लग रहा है इंद्र देवता इस अहसास को अभी भूलने भी नहीं देंगे. डेढ़ हफ्ते पहले हुई बारिश के बाद एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है.
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक, "इस सिस्टम के प्रभाव से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में 13 अप्रैल से बारिश होने की संभावना है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में एक-दो स्थानों पर बर्फबारी भी हो सकती है. उत्तराखंड में भी कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है."
वैसे, नए मॉनसून तंत्र की शुरुआत होने में कोई 40 दिन ही बचे हैं ऐसे में लग तो यही रहा है कि बरसात के मामले में इंद्र देवता मेहरबान रहने वाले हैं. हालांकि, पिछले साल वैज्ञानिकों के सामान्य से कम बारिश के अनुमान के बाद मॉनसून ने ठीक-ठाक जोर पकड़ा और नए साल में मॉनसून पूर्व बरसात भी अब तक काफी बेहतर साबित हुई है.
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक, "1 मार्च से 12 अप्रैल तक उत्तर भारत के पर्वतीय और मैदानी भागों में लगभग सभी राज्यों में सामान्य से ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है. हालांकि इस दौरान लगातार बारिश के बावजूद जम्मू कश्मीर में बारिश का औसत अभी भी सामान्य के आसपास है."
नए सिस्टम से होगी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में बारिश
नए बन रहे पश्चिमी विक्षोभ और उससे बन रहे चक्रवातीय तंत्र का असर मैदानी इलाकों पर भी दिखेगा. स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 और 14 अप्रैल को कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है.
इन हिस्सों में 15 अप्रैल तक हवाओं में नमी बनी रहेगी जिससे हल्के बादलों की आवा-जाही लगी रहेगी. धूल भरी आंधियां चलेंगी और तड़ित-झंझा (गरज के साथ छींटे) की संभावना है.
स्काइमेट के मुताबिक, "उत्तरी और पश्चिमी राजस्थान में अप्रैल और मई के महीनों में तापमान बढ़ने पर अचानक आंधी और बारिश जैसी स्थितियां देखी जा सकती हैं."
वैसे, राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में फिलहाल गर्मी महसूस की जाने लगी है. पर सोमवार दोपहर बाद हवाएं रुख बदल लेंगी, जिससे उसमें नमी की मात्रा बढ़ जाएगी. बुधवार तक दिल्ली और आसपास के इलाकों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार करने की संभावना मौसम वैज्ञानिक जता रहे हैं.
वैसे, स्काईमेट के मुताबिक, "15 अप्रैल वाला पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार को आगे निकल जाएगा और उस दिन उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों पर मौसम साफ हो जाएगा. लेकिन 17 अप्रैल को एक नया पश्चिमी विक्षोभ पुनः उत्तर भारत के पर्वतों पर दस्तक देगा जिसके चलते पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक पुनः बारिश होने की संभावना नजर आ रही है."
इसका मतलब है आने वाले वक्त में इंद्र देवता तो वाकई मेहरबान रहने वाले हैं, पर हवा में बढ़ती नमी पसीने भी छुड़ाएगी.
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