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बिहार

Katihar: 500 बेटियों का PM मोदी को पत्र - लड़कियों की फर्जी शादी-ट्रैफिकिंग रुकवाएं

बिपुल राहुल
  • 16 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 2:32 PM IST
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बिहार के सीमांचल और कोसी इलाके के गांवों में रहने वाली 18 साल से कम उम्र की लड़कियों को अक्सर मानव तस्कर अपना शिकार बनाते हैं. गरीब और अनपढ़ माता-पिता चंद रुपयों के लालच में लड़कियों की शादी करा देते हैं. ये शादियां फर्जी होती हैं. शादी करने वाला लड़कियों को दूसरे राज्य ले जाता है. इसकी शिकायत करने के लिए कटिहार, अररिया, किशनगंज और सुपौल की 500 लड़कियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. (रिपोर्ट-बिपुल राहुल)

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में इन लड़कियों ने विवाह का पंचायत स्तर पर रजिस्ट्रेशन कराने की मांग की है. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में 'आपकी बेटी' शब्द का उल्लेख करते हुए इन इलाकों में फर्जी शादी के नाम पर लड़कियों को मानव तस्करी का शिकार होने से बचाने की गुहार लगाई गई है. 

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इन इलाकों से झूठी शादी के नाम पर मानव तस्करों के चंगुल में फंसीं दर्जनों नाबालिग लड़कियों का सालों बाद भी अता पता नहीं चल पाया है. दलाल गांव में ही गुपचुप तरीके से अन्य राज्यों से आए अधेड़ दूल्हे के साथ झूठी शादी रचा देते हैं. फिर शादी के बाद नाबालिग हो या बालिग, लड़कियों को दूसरे राज्यों में ले जाकर देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया जाता है. 

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कटिहार जिले के फलका प्रखंड के गांव से एक नाबालिग लड़की को यूपी के अधेड़ दूल्हे से ब्याहने से रोका गया था. ऐसी घटनाएं हाल ही में कोढ़ा-कुर्सेला-बरारी प्रखंडों में सामने आई है. यहां दूसरे राज्यों से शादी के लिए आए दूल्हे सहित कई दलाल पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. 

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युवतियों की टोली ने झूठी और जबरन शादी के विरोध में मुहिम शुरू की है. अभी चुनाव होना है, वोट के लिए गांव आने वाले प्रत्याशियों को ये लड़कियां शपथ पत्र दे रही हैं कि चुनाव जीतने के बाद बेटियों का अधिकार और संरक्षण के लिए विधानसभा में बात रखेंगे. झूठी और कम उम्र में होने वाली बेटियों की शादी को रोकने को लेकर नीतियां बनाएंगे. 

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दुर्गा जत्था मुहिम को गति दे रही है. दुर्गा जत्था दलालों की पहचान और पुलिस तक अपनी शिकायत दर्ज कराने का काम करती है. जत्थे से जुड़ी लड़कियां संबंधित क्षेत्र के थानों में जाकर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक करती हैं. गांव की लड़कियों को मैट्रिक से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

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मुहिम में शामिल लड़कियां गांव-गांव जाकर 'बिटिया जन्म महोत्सव' मना रही हैं ताकि गांव की बिटिया अपने अधिकार को समझ सके. लड़कियों के लिए इस मुहिम से जुड़ी शिल्पी सिंह की मानें तो महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में बिहार का ये इलाका पीछे नहीं है. NCRB की 2019 की रिपोर्ट में 1201 लड़के और 3904 लड़कियां यहां से साल 2018 में गायब हुई हैं. साल 2019 में 1364 लड़के और 5935 लड़कियां गायब हुई हैं. 

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