बिहार की राजधानी पटना में लोक आस्था के महापर्व छठ पर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. तीसरे दिन डूबते हुए सूरज को जल और दूध चढ़ाकर व्रतियों ने पूजा की. वहीं पटना के लालजी टोला में किन्नरों के समुदाय ने नाच-गाने,ढोल-नगाड़ों के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.
लालजी टोला में कृत्रिम तालाब में किन्नर समुदाय के लोग आते हैं. पूजा अर्चना कर लोगों को दुआएं देते हैं.
किन्नर समुदाय के लोगों का कहना है कि यहां आकर परंपरागत नृत्य करने की हमारी परंपरा है. इसमें हम सभी नाचते-गाते हैं और पूजा करते हैं.
नाच-गाने और पूजा पाठ के साथ ही किन्नर लोगों को दुआएं देते हैं. जिनके घर में बच्चे नहीं हैं, उनको बच्चे होने की दुआएं दी जाती हैं.
गौरतलब है कि छठ का त्योहार मुख्य रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, और झारखंड जैसे राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन छठ की धूम पूरे देश में देखने को मिलती है.
बिहार की राजधानी पटना में लोगों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ छठ पर्व के तीसरे दिन सूर्य को अर्घ्य दिया. श्रद्धालुओं ने अर्घ्य देने के बाद गंगा नदी में आस्था की डुबकी ली.