
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे में बिहार के भी कई परिवार शामिल है जिन्होंने किसी अपने को खोया है. रिपोर्ट के मुताबिक बालासोर रेल दुर्घटना में बिहार के 8 यात्रियों की मौत हुई है.
मृतकों में मधुबनी जिला के 4, पुर्णिया के 2, मुजफ्फरपुर के 1 और पूर्वी चंपारण का 1 यात्री शामिल है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने ये आधिकारिक जानकारी दी है. बिहार के मारे गए लोगों के शव को बालासोर जिला प्रशासन की मदद से उनके गृह जिला भेज दिया गया है.
शव घर पहुंचने के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया और सभी का रो-रो कर बुरा हाल है. अब तक मुजफ्फरपुर, मधुबनी, नवादा, और पूर्वी चंपारण में कुल 6 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक इस सदी के सबसे भयानक रेल हादसे में बिहार के 53 यात्री घायल हुए हैं. इन घायलों में पूर्वी चंपारण के 6, पूर्णिया के 4, दरभंगा के 4, पटना के 3, बांका के 3, मुजफ्फरपुर के 2, लखीसराय के 2, सुपौल के 2, कटिहार के 1, नवादा के 1, नालंदा के 1, भागलपुर के 1, मधेपुरा के 1 यात्रियों के अलावे अन्य 22 लोग शामिल हैं. सभी का इलाज बालासोर के स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है.
कब और कैसे हुए था हादसा
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे बालासोर के बहानगा रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेन और एक मालगाड़ी की आपस में टक्कर हो गई थी. रेलवे की तरफ से कहा गया कि ट्रेन नंबर 12481 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी, उसी वक्त अप लूप लाइन पर वो मालगाड़ी से टकरा गई. ट्रेन पूरी रफ्तार (फुल स्पीड) में थी और उसे स्टेशन पर रोकना संभव नहीं था. इसका परिणाम ये हुआ कि 21 कोच डीरेल हो गए और 3 कोच डाउन लाइन पर चले गए.
हर स्टेशन पर दूसरी ट्रेन पास कराने के लिए लूप लाइन होती है. बहानगा बाजार स्टेशन पर अप और डाउन, दो लूप लाइन हैं. किसी भी ट्रेन को लूप लाइन पर तब खड़ा किया जाता है, जब किसी ट्रेन को स्टेशन से पास कराया जाना हो.
इसी समय डाउन लाइन की ट्रेन 12864 यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और उसकी कोरोमंडल से टक्कर हो गई. इसके बाद हावड़ा एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. रेलवे की तरह से बताया गया है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस में 1257 लोगों ने रिजर्वेशन कराया था जबकि हावड़ा यशवंत पुर एक्सप्रेस में 1039 लोगों ने रिजर्वेशन कराया था.
बहानगा बाजार स्टेशन पर भी कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस को पास कराने के लिए मालगाड़ी को कॉमन लूप लाइन पर खड़ा कराया गया था. कोरोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से मेन अप लाइन से गुजर रही थी. उस समय डाउन लाइन से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी गुजर रही थी.