
बिहार के पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिण्टू ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश मिलकर बौद्ध सर्किट विकसित करेंगे. इससे बड़ी संख्या में विदेशी और स्वदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने इस निमित्त पर्यटन स्थलों के विकास के लिये अहम प्रयास किया है. इसके परिणामस्वरूप छह वर्ष में राज्य में आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या में लगभग दोगुनी हो चुकी है.
उन्होंने आज अंतरराष्ट्रीय बौद्ध कांक्लेव के उद्घाटन समारोह के बाद संवाददाताओं को बताया कि बिहार सरकार ने बौद्ध गया में बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण के लिये कई बड़े बदम उठाये हैं. इसमें मुख्य सड़कों पर होटल, मोटल व ढाबे सहित अन्य सुविधाएं विकसित करने पर 50 फीसदी सब्सिडी देने की योजना शामिल है. इससे स्थानीय लोगों के लिये रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे.
उन्होंने बताया कि बिहार में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये बोधगया के माया सरोवर, पटना के गोलघर और वैशाली की अभिषेक पुष्करणी में साउंड और लाइट लेजर शो को मंजूरी दे दी गयी है. इसी प्रकार ओएनजीसी ने बोधगया में महाबोधि मंदिर की सफाई की जिम्मेदारी ली है. इसी क्रम में एक वेबसाइट भी विकसित की गयी है जो दुनिया की दर्जनों भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराती है.
सुनील कुमार ने बताया कि बिहार सरकार धार्मिक पर्यटन पर खास जोर दे रही है . बौद्ध, जैन, शक्ति, गांधी, रामायण सर्किट विकसित किया जा रहा है. इसके लिये पर्यटन विभाग का बजट तीन गुना से ज्यादा बढ़ाकर एक सौ करोड़ रुपये कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि देश में प्रति वर्ष आने वाले औसत 50 लाख पर्यटकों में 20 फीसदी बिहार से आते हैं. इससे रोजगार में बढ़ोतरी हुई है.