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'मर्द की मौत पर मातम नहीं, हम...', सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर बोले पूर्व सांसद आनंद मोहन

पूर्व सांसद ने कहा कि ये भी सामने आ रहा है कि खुफिया एजेंसियां, चाहे केंद्र या राज्य की हों, उनको ये जानकारी थी. इस मामले में बहुत दूर की बातें हैं. एक पार्टी की सरकार का जाना और दूसरी का आना... हत्या के लिए ये जो टाइम चुना गया वो बताता है कि ये शातिर दिमाग की उपज है. 

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और आनंद मोहन. (फाइल फोटो) सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और आनंद मोहन. (फाइल फोटो)
धीरज कुमार सिंह
  • सहरसा,
  • 07 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 6:36 PM IST

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन का बयान आया है. उन्होंने कहा है, गोगामेड़ी की जिस तरह से हत्या की गई है, मैं उसकी निंदा करता हूं. मैं जानता हूं कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी एक शेर दिल इंसान थे. वो मर्द थे. मर्द की मौत पर मातम नहीं मनाए जाते हैं. 

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आनंद मोहन ने आगे कहा कि ये कायरतापूर्ण हरकत है. धोखे से एक शेर को शहीद किया गया. सुखदेव सिंह कोई भू-माफिया, कोई बिल्डर नहीं थे. अपराध से उनकी संलिप्ता नहीं थी. वो शुद्ध तौर पर राजपूतों के बड़े और कद्दावर नेता थे. कायरों ने धोखे से उनकी हत्या की. 

'हत्या के लिए ये जो टाइम चुना गया वो बताता है'

पूर्व सांसद ने कहा कि ये भी सामने आ रहा है कि खुफिया एजेंसियां, चाहे केंद्र या राज्य की हों, उनको ये जानकारी थी. इस मामले में बहुत दूर की बातें हैं. एक पार्टी की सरकार का जाना और दूसरी का आना... हत्या के लिए ये जो टाइम चुना गया वो बताता है कि ये शातिर दिमाग की उपज है. 

'हम दूसरों के लिए ज्यादा जीते और मरते हैं'

इस हत्याकांड की सिर्फ निंदा नहीं की जा सकती है. इस पर मातम नहीं मनाया जा सकता है. हम सभी की मांग है कि मौत के बदले मौत. जैसे भी हो ये सरकार का दायित्व है. हम देखना चाहते हैं कि सरकार क्या कर रही है. क्षत्रिय एक बलिदानी कौम है. हम दूसरों के लिए ज्यादा जीते और मरते हैं, अपने लिए कम. 

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'पुरखों ने हमारी उम्र सीमा 18 साल तय की है'

उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी 40 पार के जरूर रहे होंगे. हमारे पुरखों ने हमारी नैतिक उम्र सीमा 18 साल तय की है. इसके बाद जो भी हम जीते हैं वो सब बोनस की जिंदगी है. इसकी परवाह नहीं है. मौत एक दिन सब की होनी है. वो समाज के लिए मरे हैं. समाज इस बात को भूलेगा नहीं. 

' मुआवजे या सीबीआई जांच की मांग नहीं कर रहे'

पूर्व सांसद ने कहा, राज्य सरकार, केंद्र सरकार और राजस्थान पुलिस समय रहते इस पर सख्त से सख्त करवाई करे. मौत के अलावा कोई डिमांड नहीं है. हम कुछ करोड़ मुआवजे की बात या सीबीआई जांच की मांग नहीं कर रहे हैं.

'इस हत्या ने हमको ये बताने का अवसर दिया है'

उन्होंने कहा कि पूरा समाज गोगामेड़ी के हत्यारों की मौत का इंतजार कर रहा है. हत्यारों ने गलत नंबर डायल कर दिया है. हम जिंदा कौम हैं. इस हत्या ने हमको ये बताने का अवसर दिया है कि हम जिंदा दिल जमात हैं. अपनी चट्टानी एकता को बताने का अवसर दिया है. 

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