
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को बिहार के सीमांचल स्थित अमौर में एक जनसभा को संबोधित किया. ओवैसी ने कहा कि जब तक सीमांचल की जनता से इंसाफ नहीं होगा, तब तक हम खामोश नहीं बैठेंगे. हम इस लड़ाई को लड़ रहे हैं. ओवैसी ने इस दौरान बीजेपी, कांग्रेस , जेडीयू और आरजेडी पर भी निशाना साधा. अपने बागी विधायकों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो सत्ता की खातिर सरकार की गोद में बैठ गए, उन्हें जनता माफ नहीं करेगी.
इस बार उतारेंगे 50 से ज्यादा कैंडिडेट
इस दौरान ओवैसी ने कहा, 'सीमांचल को सत्ता के हाथों असहाय बना दिया गया है. मजलिस के कुछ विधायक जो चुनाव जीते थे, वो बाद में सत्ता की गोद में बैठ गए. किशनगंज यहां से महज 8 किमी दूर है और लोग 70 किमी से ज्यादा का सफर तय करते हैं. अब हम यहां 50 से ज्यादा उम्मीदवार उतारेंगे. हम किशनगंज तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि यहां के विधानसभा क्षेत्रों के बाहर भी जाएंगे.'
नीतीश पर निशाना
सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश ने बीजेपी के साथ शुरुआत की, फिर राजद में गए और फिर भाजपा में लौटे और अब राजद के साथ हैं. पता नहीं आगे क्या करेंगे. पूर्णिया में जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'भारत में भाजपा को मजबूत करने के लिए इतिहास नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) को याद रखेगा. जब गुजरात जल रहा था, तब वे रेल मंत्री थे. अगर उन्हें लगता है कि मजलिस (एआईएमआईएम) मुसलमानों की पार्टी है, तो उन्हें याद रखना चाहिए कि वह कुर्मी और कुशवाहा से आगे नहीं बढ़ सकते.'
किशनगंज से होकर जाता है दिल्ली का रास्ता
अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख ओवैसी ने नीतीश और तेजस्वी पर अपनी पार्टी के विधायकों को छीनने का आरोप लगाया. ओवैसी ने दावा है कि आगामी चुनाव में दलबदलुओं को राजद द्वारा टिकट नहीं दिया जाएगा. ओवैसी ने कहा, 'नीतीश पहले मोदी से निकाह कर लेते हैं, फिर तलाक दे देते हैं और फिर तेजस्वी से निकाह कर लेते हैं. मैंने पिछले विधानसभा चुनाव में गलती की थी. मुझे कम से कम 50 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए था. इस बार और उम्मीदवार उतारेंगे. दिल्ली का रास्ता किशनगंज से होकर जाता है.'
सीमांचल का सियासी समीकरण
सीमांचल क्षेत्र में 4 लोकसभा और 24 विधानसभा सीटें आती हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू को दो सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी ने एक सीट पर कब्जा किया था जबकि एक सीट कांग्रेस के पास गई थी. 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सीमांचल की आठ, कांग्रेस ने पांच और जेडीयू ने चार सीटें जीती थीं. आरजेडी और भाकपा माले को एक-एक सीट मिली थीं. एआईएमआईएम ने पांच सीटें जीती थीं, जिनमें से चार पिछले साल आरजेडी में शामिल गए हैं. ऐसे में आरजेडी के पांच और ओवैसी की पार्टी के एक विधायक सीमांचल में है.
(इनपुट- आदित्य)