Advertisement

Holi: ब्रज की तरह प्रसिद्ध है बिहार के इस गांव की होली, कंधों पर चढ़कर रंग लगाते हैं लोग

यूपी के ब्रज की तरह बिहार के सहरसा में भी बनगांव की होली काफी प्रसिद्ध है. यहां लोग एक मंदिर में एकत्र होकर कंधों पर चढ़कर एक दूसरे को रंग लगाते हैं और कपड़े भी फाड़ते हैं. वहां होली की इस परंपरा को लेकर बेहद पुरानी मान्यता है.

प्रसिद्ध है सहरसा के बनगांव की होली प्रसिद्ध है सहरसा के बनगांव की होली
धीरज कुमार सिंह
  • सहरसा,
  • 18 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:58 AM IST
  • ब्रज की तरह प्रसिद्ध है बिहार के बनगांव की होली
  • एक-दूसरे के कंधे पर चढ़कर रंग लगाते हैं लोग

बिहार के सहरसा जिले में मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर कहरा प्रखंड के बनगांव में मनाई जाने वाली होली की पूरे राज्य में अलग पहचान है. ये घुमौर होली ब्रज की होली जैसी बेमिसाल है. इसमें लोग एक दूसरे के कंधे  पर सवार होकर ,जोर आजमाइश करके होली मनाते हैं. 

संत लक्ष्मी नाथ गोंसाई द्वारा शुरू की गयी बनगांव की होली ब्रज की लठमार होली की तरह ही प्रसिद्ध है. मान्यता है कि इसकी परंपरा भगवान् श्री कृष्ण के काल से चली आ रही है. 18 वीं सदी में यहां के प्रसिद्ध संत लक्ष्मी नाथ गोंसाई बाबाजी ने इस प्रथा को शुरू किया  था. बिहार की सबसे बड़ी आबादी और तीन पंचायत वाले बनगांव की इस होली की राज्य और देश में अलग सांस्कृतिक पहचान है. 

Advertisement

बनगांव के भागवती स्थान के पास यह होली खेली जाती है जिसमें इंसानों के साथ ही आसपास के इमारतों को भी रंग बिरंगे पानी के फव्वारे से सराबोर कर दिया जाता है.  स्थानीय लोगों की माने तो यहां की होली सांप्रदायिक एकता का प्रतीक है . 

बाबा लक्ष्मी नाथ गोंसाई द्वारा शुरू की गई परंपरा के मुताबिक सभी जाति- धर्म के लोग बगैर राग-द्वेष के एक साथ होली खेलते है ,सभी लोग बैलजोड़ी होली का प्रदर्शन करते है. पूरे क्षेत्र और गांव के लोग भगवती स्थान के प्रांगण में आकर होली मनाते हैं. 

इस दौरान वहां एक-दूसरे के कपड़ों को फाड़ कर भी लोग होली का आनंद उठाते हैं. गांव के एकता की इस अनूठे मिशाल की तारीफ हरतरफ होती है. सभी जाति धर्म के लोग एक दूसरे के कंधे पर सवार होकर होली मनाते हैं.

Advertisement

पटना में जूते-चप्पलों से खेली गई होली

बिहार की राजधानी पटना में जूते और चप्पलों से होली खेली गई है. लोगों ने जूते और चप्पलों से ऐसी होली खेली की कुछ ही देर में पूरा स्वीमिंग पूल रंग-बिरंगे पानी की जगह जूते-चप्पलों से भरा हुआ नजर आया. 

दरअसल, होली के मौके पर हर साल पटना के फेंटेंसिया वाटर पार्क में LA Tomatina फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है. इस खास मौके पर लोग एक-दूसरे पर टमाटर फेंककर होली मनाते हैं. 

इस बार भी होली से एक दिन  LA Tomatina फेस्टिवल का आयोजन किया था. इस फेस्टिवल में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे, लेकिन इस भीड़ में अचानक कुछ लोगों ने टमाटर की जगह चप्पलों की बारिश शुरू कर दी और आधे घंटे तक दो गुटों में जमकर चप्पल की बरसात हुई.

ये भी पढ़ें: 


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement