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सड़कों पर भीख मांगने वाला बेसहारा जोड़ा बना दूल्हा-दुल्हन, अस्पताल के सामने लिए फेरे

बिहार के सुपौल में शहर के लोगों ने एक ऐसे बेसहारा जोड़े की शादी करवाई, जो सड़कों पर भीख मांगकर गुजारा कर रहा था. लोगों ने दोनों को नए कपड़े दिए और दूल्हा-दुल्हन की तरह सजाया. इसके बाद अस्पताल के गेट पर कार्टन में आग जलाई गई, जिसके फेरे लगाकर दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को माला पहनाई. शादी के बाद दोनों बेहद खुश नजर आए.

दूल्हा नथुनी और दुल्हन गंगिया देवी. दूल्हा नथुनी और दुल्हन गंगिया देवी.
राम चन्द्र मेहता
  • सुपौल,
  • 29 जून 2023,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST

बिहार के सुपौल में एक बुजुर्ग दिव्यांग जोड़े की अनोखी शादी कराई गई. दरअसल, सुपौल के निर्मली अनुमंडलीय अस्पताल के मुख्य द्वार के पास स्थानीय लोगों ने एक बुजुर्ग दिव्यांग शख्स की बुजुर्ग महिला से शादी करवाई. स्थानीय नागरिक इस बुजुर्ग जोड़े की शादी के गवाह बने. बुजुर्ग जोड़े ने सात फेरे लेकर एक-दूसरे को माला पहनाई. दोनों भीख मांगकर गुजारा करते हैं.

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दरअसल, 54 वर्षीय दिव्यांग नथुनी यादव मधुबनी जिले के राजबलीगढ़ गांव का रहने वाला है. नथुनी शहर के निर्मली शहर में भीख मांगकर गुजारा कर रहा था. वहीं 50 वर्षीय गंगिया देवी औरंगाबाद जिले की निवासी है, वह भी निर्मली शहर में भीख मांगकर गुजारा कर रही थी. स्थानीय निवासी मधुबाला देवी ने बताया कि दिव्यांग नथुनी यादव निर्मली बाजार में भीख मांगकर गुजारा करता है. नथुनी की अब तक शादी नहीं हुई थी. 

वहीं 50 वर्षीय गंगिया देवी के पति का निधन हो गया था. उसकी शादी होने के 2 वर्ष बाद ही उसके पति नहीं रहे थे. गंगिया देवी बेसहारा थी और निर्मली में भीख मांगकर गुजारा करती है. जब इन दोनों के बारे में पता चला तो स्थानीय लोगों ने दोनों की शादी कराने का विचार किया. दोनों की शादी के बारे में चर्चा की और दोनों की राय ली गई. इस पर दोनों बुजुर्ग तैयार हो गए. इसके बाद बुधवार की देर रात दोनों की शादी की तैयारी समाज के लोगों ने की.

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अस्पताल के गेट पर आग जलाकर लगवाए सात फेरे

स्थानीय लोगों ने बुजुर्ग दूल्हा और दुल्हन को नए कपड़े पहनाकर तैयार कराया. इसके बाद अस्पताल के मेन गेट पर ही कार्टन में आग जलाई और उसे हवन की तरह मानकर दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लिए. दूल्हा नथुनी यादव और दुल्हन गंगिया देवी ने एक दूसरे को माला पहनाकर शादी की रस्में पूरी कीं.

निर्मली अनुमंडलीय अस्पताल गेट के पास अग्नि के सात फेरे लगवाकर एक दूसरे का सहारा बना दिया. इस अनोखी शादी को देखने के लिए करीब एक घंटे तक अस्पताल के गेट के पास लोगों की भीड़ लगी रही. शादी को लेकर दोनों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी. 

शादी के बाद खुश नजर आए बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हन

बुजुर्ग दुल्हन गंगिया देवी ने कहा शादी के बाद पति की मौत हो गई थी.इसके बाद  निर्मली शहर में भीख मांगकर अस्पताल परिसर के आसपास गुजारा कर रही है. शादी होने के बाद सहारा मिलने से खुशी है. वहीं बुजुर्ग दिव्यांग दूल्हा भी शादी से खुश है. दूल्हे ने कहा कि एक दूसरे का सहारा बनकर बेहद खुशी है. इस दौरान स्थानीय युवक और ग्रामीण मोबाइल से वीडियो बनाते नजर आए. निर्मली अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत एएनएम और जीएनएम सहित कई स्टाफ शादी में शामिल हुए.

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