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टॉपर घोटाले का असर, इस साल बिहार में परीक्षाएं कवर नहीं कर पाएगा मीडिया

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव अनूप कुमार सिन्हा ने इस सिलसिले में सभी जिलाधिकारियों को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में निर्देश जारी किया गया है कि पत्रकारों को सभी परीक्षा केंद्रों से दूर रखा जाए. आजतक के पास इस खत की एक कॉपी है.

बिहार में नकल घोटाले के बाद परीक्षाओं की मीडिया कवरेज पर रोक बिहार में नकल घोटाले के बाद परीक्षाओं की मीडिया कवरेज पर रोक
रोहित कुमार सिंह
  • पटना ,
  • 12 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 5:29 PM IST

दसवीं और इंटर की परीक्षा में नकल के आरोपों और पिछले साल हुए टॉपर्स घोटाले से जली बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अब फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. इस बार समिति ने परीक्षाओं की मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी है. हर साल इम्तिहानों के वक्त नकल के वीडियो देशभर की मीडिया में चल रहे थे. इससे सरकार को काफी फजीहत उठानी पड़ रही थी.

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समिति के सख्त निर्देश
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव अनूप कुमार सिन्हा ने इस सिलसिले में सभी जिलाधिकारियों को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में निर्देश जारी किया गया है कि पत्रकारों को सभी परीक्षा केंद्रों से दूर रखा जाए. आजतक के पास इस खत की एक कॉपी है.

इसमें जिलाधिकारियों से कहा गया है कि निर्देशों की जानकारी परीक्षा केंद्र के निरीक्षकों को दी जाए. अखबारों में इश्तिहार के जरिये भी ये जानकारी दी जा रही है.

इस महीने होंगी परीक्षाएं
बिहार बोर्ड के इंटर की परीक्षाएं 14 फरवरी से 25 फरवरी के बीच होंगी. वहीं, शिक्षामित्र की परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होकर 8 मार्च तक चलेंगी. पिछले साल टॉपर स्कैम के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस बार परीक्षाओं को लेकर काफी सख्त कदम उठाए हैं. पहली बार छात्रों के पर्चे डिजिटल तरीके से जांचें जाएंगे.

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