Advertisement

बिहार में महागठबंधन में दरार, RJD-कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर तकरार

बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे पांच विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तलवारें खिंच गई हैं. कांग्रेस ने पांच में से तीन विधानसभा सीटों पर दावा ठोक दिया है तो आरजेडी चार सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है.

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव राहुल गांधी और तेजस्वी यादव
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

  • पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव
  • आरजेडी का 4 सीटों पर दावा तो कांग्रेस तीन सीटें मांग रही

  • बिहार का उपचुनाव 2020 का सेमीफाइल माना जा रहा

बिहार में एक लोकसभा और पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर राजनीति तेज हो गई है. 2020 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे उपचुनाव में महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तलवारें खिंच गई हैं. कांग्रेस ने पांच में से तीन विधानसभा सीटों पर दावा ठोक दिया है तो आरजेडी चार सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है.

Advertisement

बिहार में उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में दरार सतह पर है. कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों को लेकर इस तनातनी के मद्देनजर आगामी विधानसभा चुनाव में महाभारत तय मानी जा रही है. बिहार में कांग्रेस ने ठान लिया है कि वह महागठबंधन में पिछलग्गू बनकर नहीं रहेगी तो आरजेडी 'बड़े भाई' की भूमिका को छोड़ने को तैयार नहीं.

बिहार में कांग्रेस पांच विधानसभा सीटों में से सिमरी बख्तियारपुर, नाथनगर और किशनगंज पर अपना दावा कर रही है. साथ ही समस्तीपुर की लोकसभा सीट भी कांग्रेस लड़ना चाहती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि कांग्रेस को अपना जनाधार बढ़ाना है ऐसे में तीन सीटों पर हमारी दावेदारी पक्की है. बाकी पार्टी के बड़े नेता यानी आलाकमान आपस में बैठकर इस पर निर्णय लेगा.

Advertisement

इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस ने शायद ये मन बना लिया है कि लोकसभा की तरह इस बार वो आरजेडी की शर्तों पर कोई समझौता नहीं करेगी. वहीं, आरजेडी चार सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. आरजेडी बिहार में किसी भी तरह से कांग्रेस को अपने से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है. आरजेडी उपचुनाव में कांग्रेस को महज किशनगंज सीट देना चाहती है. आरजेडी ने  डंके की चोट पर ना सिर्फ चार सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है बल्कि कांग्रेस को नसीहत भी दे दी है कि उसे हल्के में न ले.

उपचुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस और आरजेडी में जिस तरह से सीटों को लेकर महाभारत छिड़ गई है. इससे साफ जाहिर है कि आगामी 2020 के विधानसभा चुनाव में दोनों के बीच आसानी से सीट शेयरिंग का फॉर्मूला निकलना मुश्किल है. इतना ही नहीं कांग्रेस फिलहाल तेजस्वी यादव को भी महागठबंधन का नेता मानने को भी तैयार नहीं है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement