Advertisement

बिहारः JDU ने दिए प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पर एक्शन के संकेत

JDU के प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों नेताओं पर एक्शन लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने की बात कही है.

बिहार के सीएम नीतीश कुमार (फोटो-ANI) बिहार के सीएम नीतीश कुमार (फोटो-ANI)
सुजीत झा
  • पटना,
  • 22 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 10:00 PM IST

  • पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने का आरोप लगाया
  • पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष CM नीतीश कुमार से करेंगे बात

जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने बागी नेता पवन वर्मा और प्रशांत किशोर के खिलाफ एक्शन लेने के संकेत दिए हैं. पटना में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि ये दोनों नेता पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. उनके बयानबाजी से पार्टी कोई फर्क नहीं पड़ता है.

Advertisement

प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों नेताओं पर एक्शन लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने की बात कही है. वशिष्ठ नारायण सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लगता है कि इन दोनों नेताओं ने अपना रास्ता बना लिया है. इसी वजह से पार्टी लाइन खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.

CAA-NRC के खिलाफ उठाई आवाज

जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने सबसे पहले NRC को लेकर मुद्दा उठाया था. वो नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें ये समझाने में कामयाब रहे कि बिहार में NRC लागू नहीं होगा. बाद में वो CAA के भी खिलाफ हो गए और कहा कि बिहार में CAA लागू नहीं होगा. हालांकि नीतीश कुमार ने विधानसभा में अपनी पार्टी की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा था कि वो किसी भी विषय पर सदन में बहस करने के लिए तैयार हैं.

Advertisement

बीजेपी के साथ गठबंधन पर सवाल

JDU नेता पवन वर्मा ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के उस बयान की खुलेआम आलोचना की थी, जिसमें मई से सितंबर के दौरान बिहार में NPR लागू करने का ऐलान किया गया था. पवन शर्मा बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर भी आवाज उठाते रहे हैं. बता दें कि दिल्ली विधानसभा में जद-यू का भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन है. जद-यू दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

ये भी पढ़ें-  CAA प्रदर्शन पर CM योगी के बिगड़े बोल- महिलाएं धरने पर और पुरुष रजाई में

स्टार प्रचारकों की लिस्ट से दोनों आउट

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में प्रशांत किशोर का नाम शामिल था. कयास लग रहे हैं कि क्या नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NPR) को लेकर अपने रुख के चलते प्रशांत किशोर का नाम कट गया है. प्रशांत किशोर CAA और NRC को लेकर मोदी सरकार की लगातार आलोचना करते आ रहे हैं. हाल ही में उन्होंने नीतीश कुमार को एक खुला पत्र लिखकर इसे बिहार में लागू नहीं करने की अपील की थी. सूची में जेडीयू नेता पवन वर्मा का भी नाम नहीं है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement