
बिहार की सियासत में जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के स्टैंड को लेकर जारी सस्पेंस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था. सियासी पंडितों को लग रहा था कि इस मसले पर दोनों दलों के विचार अलग-अलग हैं और बिहार में नये सियासी ड्रामे की नींव इसी मुद्दे को लेकर रखी जाएगी, लेकिन सबकुछ अब पानी की तरह साफ हो गया है. बीजेपी ने अपना रास्ता तय कर लिया है. इस मसले पर एक जून को होने वाली ऑल पार्टी मीटिंग में बीजेपी हिस्सा लेगी. इसकी जानकारी खुद ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दी है.
बिहार में लंबे समय से जातिगत जनगणना के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की जा रही थी इसके बाद यह तय हो गया कि आगामी एक जून को सर्वदलीय बैठक होगी, जिसमें सभी दलों के नेता अपनी अपनी राय रखेंगे. बीजेपी को लेकर यह असमंजस की स्थिति थी कि बीजेपी का निर्णय क्या होगा और बीजेपी की तरफ से इस बैठक में कौन शामिल होंगे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. बीजेपी के दो बड़े नेताओं की ओर से सीधे तौर पर कहा गया है कि पार्टी बैठक में हिस्सा लेगी और इसमें पार्टी के सीनियर नेता मौजूद रहेंगे.
पीएम मोदी से हो चुकी है मुलाकात
बता दें कि इस मामले पर बिहार के सर्वदलीय नेताओं की टीम पीएम मोदी से मुलाकात कर चुकी है. उस टीम में बीजेपी की ओर से बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम को पार्टी की ओर से भेजा गया था. उस समय पार्टी का स्टैंड क्लियर नहीं था. कई बीजेपी नेता बयान देकर चर्चा में बने हुए थे. इधर, बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों से जातीय जनगणना कराए जाने की मांग पहले ही सर्व सम्मति से पारित कराई जा चुकी है . उसमें भी सभी दलों के लोगों ने सहमति दी थी और बीजेपी ने भी जातीय जनगणना के प्रस्ताव पर दोनो बार अपनी स्वीकृति दी थी .
सीएम की अध्यक्षता में होगी मीटिंग
अब एक जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चार देशरत्न मार्ग में बैठक होनी है. इस बैठक में बीजेपी, राजद और कांग्रेस के अलावा बाकी लेफ्ट पार्टियां भी हिस्सा लेंगी. इस बैठक में तय होगा कि जनगणना कैसे कराई जाए और इसके क्या-क्या प्रस्ताव होंगे जिसे कैबिनेट में लाया जाएगा.