
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहे देश के सामने तीसरी लहर का संकट जारी है. इस बीच बिहार के दरभंगा में चिंता बढ़ाने वाली घटना घटी है. यहां दरभंगा मेडिकल कॉलेज में पिछले 24 घंटे में चार बच्चों की मौत हो गई है.
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल के मुताबिक, बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, उनमें कुछ निमोनिया जैसे लक्षण भी थे. बच्चों की हालत काफी गंभीर थी. अस्पताल के मुताबिक, चार में से एक बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जबकि बाकी तीनों कोविड नेगेटिव थे.
DMCH के अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा द्वारा बताया गया कि जिन 04 बच्चों की मृत्यु हुई है, वे मधुबनी जिला के रहने वाले थे और उनमें से तीन एक ही परिवार के थे. तीनों 28 मई 2021 को भर्ती कराए गए थे. तीनों को एनीमिया (यानी - ब्लड की कमी) था, वे निमोनिया से ग्रसित थे तथा तीनों को बुखार भी था.
वहीं, जो चौथा बच्चा था, उसे 1 साल पहले से मैनेनजाइटिस था तथा उसके माथे पर वीपी शंट लगा हुआ था उसमें खून की काफी कमी थी एवं वह 1 साल से गंभीर रूप से बीमार था. वो कोरोना पॉजिटिव भी निकला था. चौथे बच्चे को 30 मई 2021 के सुबह 6:00 बजे भर्ती किया गया था तथा 30 मई को ही शाम 4:30 बजे उसकी मृत्यु हो गई.
देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर ही चल रही है, जो अब कुछ हदतक काबू में आई है. लेकिन इस तरह अचानक 24 घंटे में चार बच्चों की मौत हो जाना चिंता बढ़ाने वाला है. चिंता इसलिए भी बढ़ती है क्योंकि एक्सपर्ट्स ने साफ चेतावनी दी थी कि कोरोना की तीसरी लहर में सबसे अधिक खतरा बच्चों पर ही है.
पप्पू यादव ने खड़े किए सवाल
कोरोना संकट के बीच बच्चों की मौत होने से हर कोई हैरान है. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी इस मसले पर सवाल किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि DMCH दरभंगा में चार बच्चों की मौत कोरोना से हुई. यह पहली बार है इतनी संख्या में बच्चे कोरोना के शिकार हुए हैं. साफ संकेत है तीसरा लहर का कहर शुरू हो गया है. सरकारें अपनी पीठ थपथपाने में मस्त है.
उन्होंने लिखा कि निर्दयी PM मन की बात करने में, तो स्वास्थ्य मंत्री दोषारोपण की राजनीति में व्यस्त हैं. पप्पू यादव ने अपने ट्वीट में चारों बच्चों की मौत का कारण कोरोना बताया है, हालांकि अस्पताल के मुताबिक सिर्फ एक ही बच्चा कोविड पॉजिटिव था.
आंकड़ों में कम हुआ कोरोना का कहर
अगर आंकड़ों की ओर देखें, तो बिहार में कोविड की दूसरी लहर का असर कुछ हदतक कम हुआ है. बीते दिन भी बिहार में डेढ़ हजार से कम केस दर्ज किए गए. अब राज्य में 19 हजार से कम एक्टिव केस बचे हैं. बिहार में कोरोना के कारण 5 हजार से अधिक मौत दर्ज की गई हैं. बीते दिनों बिहार के अलग-अलग हिस्सों से अस्पतालों का बुरा हाल राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा था.