
बोचहां उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी की हार के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. गाहे-बगाहे इसमें सीएम नीतीश कुमार को भी घसीट लिया जाता है. बीजेपी के कोई ना कोई नेता इशारों-इशारों में ही नीतीश पर हमला बोल देते हैं. जिसे लेकर जदयू की तरफ से चेतावनी वाले लहजे में बीजेपी के लिए नसीहत जारी की गई है. इस नसीहत के बारे में जानकर आपको भी हैरानी होगी.
नीतीश कुमार को लेकर इस नसीहत में ऐसी बातें कही गई हैं, जैसे किसी इकलौते संतान के लिए मां-बाप नसीहत और दूसरों के लिए सलाह जारी करते हैं.
मामले में जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि बीजेपी के रणकौशल, उसके कार्यकर्ताओं की क्षमता और उसके चमत्कारी राष्ट्रीय नेतृत्व पर हमने कभी सवाल खड़ा नहीं किया है. लेकिन जिस अंदाज में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को मोदी प्यारे हैं. उससे थोड़ा सा भी कम प्यारे हमारे जदयू के कार्यकर्ताओं के लिए नीतीश भी नहीं हैं. जदयू कार्यकर्ता नीतीश जी को जान से ज्यादा चाहते हैं. केसी त्यागी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार आंख की पुतली की तरह हमें प्यारे हैं, इसलिए उन पर प्रहार न किए जाएं. ये समझदारी गठबंधन साथियों के बीच बननी चाहिए. नहीं तो ये ठीक नहीं होगा.
बिहार में नीतीश CM का चेहरा
केसी त्यागी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि आज भी नीतीश कुमार ही बिहार में चेहरा हैं. नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी नेताओं की ओर से की गई बयानबाजी पर भड़के केसी त्यागी ने कड़ी नसीहत देते हुए कहा कि एक दिन ऐसा भी था जब 2010 में 118 एमएलए जेडीयू के थे, लेकिन हम कभी नहीं इतराए. हमने कभी कोई शर्त नहीं लगाई. जितने बीजेपी-जेडीयू के मिनिस्टर थे. वे उसी तरह रहे. किसी ने कोई सवाल नहीं उठाया. उस हिसाब से 2025 तक ये बहस पूरी तरह बंद होनी चाहिए.
2024 में PM मोदी का होगा नेतृत्व
केसी त्यागी ने जदयू के नेताओं की तरफ से भी आश्वासन वाले अंदाज में कहा कि 2024 में भी मोदी जी के नेतृत्व में हम फिर से विजय पताका फहराने जा रहे हैं. लिहाजा अब जेडीयू की तरफ से भी इन चीजों पर विराम है. उन्होंने अपने सहयोगी दल बीजेपी से आग्रह किया कि नीतीश कुमार को लेकर किसी सवाल और चर्चाओं को अफवाहों को तुरंत बंद होना चाहिए. वहीं विधान परिषद और बोचहां उपचुनाव में भूमिहार वोटों के बीजेपी से खिसकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लालू विरोधी आंदोलन का नेतृत्व नीतीश कुमार का था और लोगों ने सपोर्ट किया था. नीतीश कुमार और ब्रह्मर्षि समाज ने मिलकर ही जंगलराज का बिहार से खात्मा किया. नीतीश कुमार की प्रतिभा और सियासी काबिलियत का चमत्कार आज भी पहले की तरह कायम है. त्यागी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ब्रह्मर्षि समाज किसी अफवाह और गलतफहमी का शिकार होगा, जो थोड़े बहुत गये होंगे उनकी जल्द वापसी हो जाएगी.