
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा एनडीए विधायकों को तोड़ने के प्रयास पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी और दावा किया कि चाहे कुछ भी हो जाए एनडीए का एक भी विधायक इधर से उधर नहीं होगा.
लालू प्रसाद द्वारा बीजेपी विधायक ललन पासवान को अपने पक्ष में करने की कोशिश को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो की कोशिश बेकार है और उन्हें इस तरीके का प्रयास नहीं करना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा, “यहां पर तो कोई लाख चाहेगा मगर एनडीए को कोई भी इधर से उधर नहीं कर सकता है. बिहार में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है और एनडीए के पास 125 है. निर्दलीय विधायक भी हमें समर्थन दे रहे हैं.”
बीजेपी विधायक ललन पासवान द्वारा आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ विजिलेंस थाने में दायर प्राथमिकी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
सीएम ने कहा कि इस मामले में जो भी नियम के अनुकूल कार्रवाई होनी है वो होगी, मगर किसी व्यक्ति को इस तरीके से फोन करके मंत्री बनाने का प्रलोभन देना आखिर किस तरीके का आचरण है?
चुनाव में नीतीश कुमार द्वारा लालू पर की गई बेटे की चाह में बेटियों को पैदा करने वाली टिप्पणी को लेकर नीतीश ने कहा कि किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की थी, वो केवल मजाक था.
उन्होंने कहा. “हमने तो केवल मजाक में इस बात की चर्चा की थी. हम प्रजनन दर की बात कर रहे थे और इसी संदर्भ में हमने मजाक में कुछ बातें कहीं. कुछ लोगों ने खुद ही इसको अपने बारे में सोच लिया.”
तेजस्वी को दी नसीहत
वहीं, विधानसभा में तेजस्वी के साथ हुई नोकझोंक को लेकर नीतीश कुमार ने उन्हें सलाह दी कि अगर तेजस्वी राजनीति में आगे बढ़ना चाहते हैं तो उन्हें अपना व्यवहार ठीक रखना चाहिए. असत्य बातों की चर्चा नहीं करनी चाहिए.
नीतीश ने कहा, “2017 में जब लालू प्रसाद के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की तो उन्होंने तेजस्वी यादव से कहा था कि उनके ऊपर जो आरोप लग रहा है इस पर उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए और जब ऐसा नहीं हुआ तो हम हट गए और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई”.