
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को नोटबंदी पर सवाल उठाए. कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार को नोटबंदी से हुए फायदे पर सफाई देनी चाहिए. उनकी राय में इस मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश फिजूल है. वो दिल्ली में चिदंबरम की किताब 'फीयरलेस इन अपोजिशन' की लॉन्चिंग के दौरान बोल रहे थे.
नोटबंदी पर जवाब दो!
नीतीश ने कहा- "डॉ मनमोहन सिंह ने सही कहा था कि नोटबंदी ऐतिहासिक कुप्रबंधन की मिसाल है. केंद्र को बताना पड़ेगा इससे क्या हासिल हुआ? वो इस सवाल को टाल नहीं सकते. जब दुनिया में कहीं भी 'कैशलेस' या 'लेस कैश' की अर्थव्यवस्था कामयाब नहीं हुई है, ये भारत में कैसे चलेगी?"
मुख्यमंत्री ने इस मसले पर विपक्ष से एकता का भी आह्वान किया. उनके मुताबिक "हमें सिर्फ एक ही सवाल पूछना चाहिए कि नोटबंदी से कितना काला पैसा बरामद हुआ और सरकार की भावी योजना क्या है? इन सवालों के जवाब मांगना विपक्ष की जिम्मेदारी है. विपक्षी पार्टियों को एक एजेंडे के तहत काम करना चाहिए."
यू-टर्न पर सफाई
इससे पहले नीतीश कुमार ने खुलकर नोटबंदी के फैसले पर मोदी की तारीफ की थी. हालांकि महागठबंधन में सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इस स्टैंड से खुद को अलग रखा था. गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती के मौके पर पटना में पीएम मोदी के साथ भी उन्होंने मंच साझा किया था. उस वक्त दोनों नेताओं ने शराबबंदी पर एक दूसरे की पीठ थपथपाई थी.
नीतीश के मुताबिक उन्होंने शुरुआत में इस फैसले की हिमायत की थी क्योंकि ये काले पैसे के खिलाफ उठाया गया कदम था. लेकिन काफी वक्त बीत जाने पर भी इसके नतीजे सामने नहीं आए हैं.