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विशेषज्ञों की राय-विशेष राज्य के लिए सभी मापदंडों को पूरा करता है बिहार

आर्थिक और सामाजिक मामलों के जानकार शैबाल गुप्ता ने कहा, 'मैं नही कहूंगा कि नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो जाएं. यह राजनैतिक विषय है, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग के लिए इससे बेहतर समय और नहीं हो सकता है.

बिहार के CM नीतीश कुमार बिहार के CM नीतीश कुमार
सुजीत झा/वरुण शैलेश
  • पटना,
  • 30 मई 2018,
  • अपडेटेड 10:30 PM IST

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ताजा मांग को पटना स्थित एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एडीआरआई) के सचिव शैबाल गुप्ता ने जायज ठहराया है. उन्होंने कहा, 'बिहार सरकार को इस संबंध में अपनी मांग को मजबूती से रखना चाहिए.'

आर्थिक और सामाजिक मामलों के जानकार शैबाल गुप्ता ने कहा, 'मैं नही कहूंगा कि नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो जाएं. यह राजनैतिक विषय है, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग के लिए इससे बेहतर समय और नहीं हो सकता है.

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उन्होंने कहा, 'इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोई कदम उठाते हैं, तो हो सकता है कि उन्हें व्यक्तिगत हानि हो, लेकिन बिहार के लिए यह फायदेमंद होगा. मैं समझता हूं कि उन्हें कड़ा फैसला लेना चाहिए. आज इस मामले पर बिहार की सभी पार्टियां एक मत हैं. इस मौके को नीतीश कुमार को गंवाना नहीं चाहिए.'

शैबाल गुप्ता ने कहा, '14वें वित आयोग के पास अधिकार ही नहीं है कि वह राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दे सके. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का फैसला केंद्र सरकार को करना है. विशेष राज्य के लिए जो मापदंड निर्धारित हैं, उसे बिहार पूरा करता है. राज्य बाढ़ से पीड़ित रहता है. जनसंख्या ज्यादा है. यानी बिहार जिन समस्याओं का सामना कर रहा है उसके मुताबिक उसे विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए.

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