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बिहार की लड़की 8 घंटे में बन गई लड़का... जानिए कैसे हुआ संभव?

बिहार के सारण (Bihar Saran) जिले में अब तक गुड़िया बनकर रही एक लड़की जेंडर चेंज (Gender Change) करवाकर अब रुद्राक्ष बन गई है. गुड़िया ने अपनी अब तक की पूरी स्टडी लड़की के रूप में ही की है. वह इस समय हरियाणा से बी फार्मा कर रही है. जेंडर चेंज सर्जरी (Gender change Surgery) करवाकर वह भविष्य के लिए बेहद आशान्वित है.

छपरा की लड़की सर्जरी करवाकर बनी लड़का.  (Photo: Aajtak) छपरा की लड़की सर्जरी करवाकर बनी लड़का. (Photo: Aajtak)
आलोक कुमार जायसवाल
  • छपरा,
  • 07 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 7:54 PM IST
  • परिवार की सहमति से बदलवाया जेंडर
  • लड़कों की तरह पहनती है कपड़े, चलाती है बाइक

बिहार के सारण जिले (Saran Bihar) के मढ़ौरा अनुमंडल के बहुआरा पट्टी गांव के ठाकुरबाड़ी टोला निवासी युवती गुड़िया कुमारी ने मेडिकल साइंस की सहायता से अपना जेंडर चेंज (Surgery for gender change) कराया है. गुड़िया से रुद्राक्ष बनने के बाद उन्होंने बताया कि लड़की के रूप में जन्म लेने के बाद जब से होश संभाला, तब से उसकी दोस्ती लड़कियों से ज्यादा लड़कों से थी. लड़कियों से दोस्ती करने की बजाय लड़कों से दोस्ती करने में सहज महसूस करती थी. अब सर्जरी (Surgery) करवाकर वह एक लड़का बन गई है.

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गुड़िया लड़कों की तरह पैंट शर्ट पहनना पसंद करती थी. बाइक और साइकिल लड़कों की तरह चलाती थी. उसने दिल्ली में पिछले 27 दिसंबर 2021 को जेंडर बदलवाने के लिए सर्जरी करवाई. इस सर्जरी (Surgery for gender change) में 8 घंटे का समय लगा. उसने बताया कि हर महीने हार्मोन्स का इंजेक्शन लगवाना पड़ता है, जो तकरीबन 2 वर्षों तक लगाया जाएगा, उसके बाद वह पूरी तरह से पुरुष बन जाएगी.

घरवालों की सहमति के लिए करनी पड़ी मशक्कत

गुड़िया से रुद्राक्ष बनने का सफर आसान नहीं था. अपनी इच्छा को अपने घरवालों की सहमति मिलने में गुड़िया को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी. उसने कहा कि पहले तो माता पिता ने इनकार कर दिया, लेकिन बाद में बेटी की इच्छा के आगे सहमति बनाते हुए पूरा सहयोग किया. गुड़िया के रूप में ही उसने अपनी बचपन की पढ़ाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिसवां में की. आठवीं से मैट्रिक तक की पढ़ाई राष्ट्रीय उच्च विद्यालय रामपुर से और इंटर की पढ़ाई संजय गांधी इंटर कॉलेज नगरा से की है. ग्रेजुएशन जेपीएम से करने के बाद फिलहाल बी फार्मा की पढ़ाई हरियाणा से कर रही है.

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'पिता ने अपनी सेविंग से उठाया सर्जरी का खर्च'

गुड़िया ने बताया कि इस महंगी सर्जरी (Surgery for gender change) में आने वाला सारा खर्च उसके पिता ने अपनी सेविंग से किया है. गुड़िया से रुद्राक्ष बनने के बाद विवाह होने पर संतानोत्पत्ति में भी कठिनाई आ सकती है. अगर उसकी शादी किसी सामान्य लड़की से होती है तो चिकित्सक के परामर्श के बाद ही संतान हो सकती है. वहीं अगर किसी ट्रांस वीमेन से शादी होती है तो संतान नहीं हो सकती है. फिलहाल गुड़िया अपनी आने वाली जिंदगी को लेकर काफी आशान्वित है और सकारात्मक है.

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