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बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब से अब तक 13 की मौत, डीएम ने कहा- दूसरी वजहों से हुई मौत

अब तक हुई 11 मौत से जिला प्रशासन सकते में है. परिजनों का आरोप है कि जहरीली शराब पीने से उनके परिवार के सदस्यों की मौत हुई है.

गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती पीड़ि‍त गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती पीड़ि‍त
स्‍वपनल सोनल/सुजीत झा
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

बिहार में नीतीश कुमार सरकार की पूर्ण शराबबंदी को बड़ा झटका लगा है. पिछले 24 घंटे में गोपालगंज जिले में संदिग्ध अवस्था में 13 लोगों की मौत हो गई. आशंका जताई जा रही है कि ये मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं. गोपालगंज जिला प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है.

अब तक हुई 13 मौत से जिला प्रशासन सकते में है. परिजनों का आरोप है कि जहरीली शराब पीने से उनके परिवार के सदस्यों की मौत हुई है. उत्पाद विभाग के मुताबिक, जहरीली शराब से कुल 13 लोगों के मरने की सूचना प्राप्त हुई. इसमें से आठ का पोस्टमार्टम करवाया गया. 6 शवों से अल्कोहल नहीं मिला, जबकि एक व्यक्ति सल्फास खाने से और एक की मौत हार्ट की बीमारी से हुई है. 5 लोगों का दाह संस्कार हो चुका था, इसलिए उनका पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका.

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डीएम बोले- मौत की वजह शराब नहीं
बिहार में शराबबंदी के बाद कथि‍त तौर पर जहरीली शराब पीने से एक साथ 13 लोगों की मौत से गोपालगंज में खलबली मची हुई है. जानकारी के मुताबिक, घटना नगर थाना के हरखुआ स्थित खजूड़वाड़ी की है. जिलाधिकारी राहुल कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. 'आज तक' से बातचीत में राहुल कुमार ने जहरीली शराब को मौत का कारण मानने से इनकार किया है. उन्होंने कहा, 'ये मौतें किसी और कारण से हुई हैं.'

'शराब पीने गया था भाई, फिर बिगड़ गई हालत'
दूसरी ओर, मृतक शशिकांत के भाई महेश का कहना है कि उसके भाई अपने अन्य साथियों के साथ खजूड़वाड़ी शराब पीने गए थे. शराब पीने के बाद इन लोगों की हालत बिगड़ने लगी. बेहतर इलाज के लिए सभी को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लेकिन इलाज के दौरान इन लोगों की मौत हो गई. पीड़‍ितों में से एक को गंभीर अवस्था में गोरखपुर रेफर कर दिया गया है.

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उल्टी की शि‍कायत के बाद बिगड़ी हालत
इससे पहले सदर अस्पताल के डॉक्टरों का भी कहना है कि ये मौतें बीमारी के कारण हुई हैं, न कि जहरीली शराब पीने से . डॉक्टर कहते हैं कि पीड़ि‍तों की उल्टी की शिकायत के बाद हालत बिगड़ने लगी और उनकी मौत हो गई. हालांकि परिजन लगातार जहरीली शराब की बात कह रहे हैं.

इधर मौत, उधर चढ़ा सियासी पारा
इस घटना के बाद से ही बीजेपी ने बिहार सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है राज्य में सरकार की शराबबंदी के कारण अवैध शराब कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है. बिहार में अप्रैल महीने में नीतीश कुमार की सरकार ने पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की.

पुलिस के मुताबिक, सभी मृतक नगर थाना के नोनिया टोली, पुरानी चौक, हरखुआ के रहने वाले हैं, जबकि एक और मृतक उचकागांव थाना के दहिभाता का निवासी है. जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी गई है.

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