
बिहार की सत्ता में मुख्य भागीदार RJD की अपनी पार्टी में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. इसी के तहत सोमवार RJD कार्यालय में वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यकाल खत्म होने के बाद दोबारा इस पद के लिए नामांकन किया, जिसके प्रस्तावक तेजस्वी यादव बने. बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए जगदानंद के विरोध में कोई खड़ा नहीं हुआ. इसका मतलब ये है कि जगदानंद निर्विरोध चुन लिए गए हैं. मंगलवार को इसकी औपचारिक घोषणा हो जाएगी.
जगदानंद सिंह के बारे में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जो कि समाजवादी विचार वाले हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी मजबूत हुई है. तेजस्वी ने RJD के 2020 के विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का श्रेय जगदानंद को दिया. तेजस्वी ने कहा कि जगदानंद ने पार्टी में नई जान फूंक दी थी.
लालू यादव की पसंद हैं जगदानंद
जगदानंद वैसे RJD सुप्रीमो लालू यादव के लगातार पसंद बने हुए हैं. जगदानंद सिंह शुरुआत से ही जनता दल टूटने से लेकर RJD बनने तक हमेशा लालू के साथ साये की तरह खड़े रहे. लालू के जेल जाने के बाद जब पार्टी का बुरा दौर आया, उस समय भी लगातार पार्टी के साथ खड़े रहे.
बिहार की सियासत में महागठबंधन बनाने के लिए लालू के फैसले के साथ भी जगदानंद मजबूती से खड़े रहे, जिसके कारण पार्टी सत्ता में आई.
पिछले 2020 के चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष रहते पार्टी के फैसले, उम्मीदवारों का चुनाव और रणनीति बनाने तक के सभी प्रमुख काम जगदानंद ने किए.
पार्टी के लिए बेटे का दूर जाना भी मंजूर
जगदानंद सिंह ने पार्टी और बेटे में से पहले RJD को चुना था. आरजेडी 2010 के विधानसभा चुनाव में जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को रामगढ़ विधानसभा से मैदान में उतरना चाहती थी, पर जगदानंद सिंह ने यह कहते हुए टिकट देने से मना किया कि इससे परिवारवाद को बढ़ावा मिलेगा.
सुधाकर सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. फिर वह मैदान में उतरे. लेकिन जगदानंद सिंह ने RJD की उम्मीदवार अंबिका यादव के पक्ष में जमकर प्रचार किया. RJD उम्मीदवार को चुनाव में जीत दिलवाई. आज यही सुधाकर सिंह RJD के विधायक और कृषि मंत्री हैं.