
बिहार में गुरुवार को बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में बीजेपी के एक नेता की मौत हो गई जिसके बाद राज्य में सियासी घमासान छिड़ गया है. बीजेपी अपने नेता की मौत को हत्या बता रही है. आज जैसे ही बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सदन की कार्यवाही शुरू हुई है तो बीजेपी विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बीजेपी विधायक संजय सिंह टेबल पर चढ़ गए. इसके बाद मार्शलों ने संजय सिंह को सदन से बाहर कर दिया.
सदन में जमकर हंगामा
दरअसल पटना में कल बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ लाठीचार्ज और बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह की हत्या के विरोध में आज बीजेपी काला दिवस मना रही है.बीजेपी विधायकों ने सदन में काला गमछा लहराया जिसके बाद खूब हंगामा हुआ है स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी. भाजपा विधायकों के हाथ में तख्तियां दिखी जिन पर लिखा था कि 'नीतीश सरकार इस्तीफा दो, गुंडागर्दी खत्म करो.' 'दमनकारी सरकार इस्तीफा दो.. चार्जशीटेड मुख्यमंत्री इस्तीफा दो.'
विधायकों में नोंक-झोंक
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आज विधानसभा में लाठीचार्ज में विधायकों की पिटाई को लेकर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया. सदन की बैठक ख़त्म होने के बाद भी अंदर महागठबंधन और बीजेपी विधायकों के बीच नोक झोंक हुई और मार्शल्स को बीच बचाव करना पड़ा. मंत्री वीजेंद्र यादव और बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा में जमकर बहस हुई.
क्या हुआ था गुरुवार को
दरअसल गुरुवार को भाजपा द्वारा विधानसभा मार्च का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. गाँधी मैदान से बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी आगे बढ़ रहे थे तो उन्हें जेपी गोलम्बर के पास प्रशासन द्वारा रोकने का प्रयास किया गया. परन्तु वे लोग नहीं माने और आगे बढ़ते गए. डाकबंगला चौराहा पर प्रशासन द्वारा नाकेबंदी कर रोकने का प्रयास किया गया परन्तु प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड तोड़ दिया गया. इसके बाद डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया. बीजेपी का दावा है कि इसी लाठीचार्ज में बीजेपी नेता विजय कुमार की मौत हो गई. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस की थ्योरी
पटना पुलिस की तरफ़ से बीजेपी नेता विजय सिंह की मौत को लेकर तीन सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर दावा किया गया है कि विजय सिंह कि मौत पुलिस पिटाई से नहीं हुई है.पहले फ़ुटेज में विजय सिंह को गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर से दोपहर 1 बजकर 22 मिनट पर छज्जुबाग़ की तरफ़ अपने साथियों के साथ जाते दिखे. दूसरे फुटेज में पटना पुलिस का दावा है की दोपहर 1 बजकर 27 मिनट पर छज्जुबाग़ में वो ख़ाली रिक्शा दिखा जिससे विजय सिंह को हॉस्पिटल लाया गया. तीसरे फुटेज में पटना पुलिस दावा किया कि यह सीसीटीवी फ़ुटेज तारा हॉस्पिटल का है जहां 1 बजकर 32 मिनट पर रिक्शे से विजय सिंह को लाया गया.
पुलिस का कहना है कि, इससे यह स्पष्ट होता है कि श्री विजय सिंह के साथ घटना 13:22 से 13:27 बजे के बीच छज्जूबाग क्षेत्र में ही हुई है. इस बीच वे डाकबंगला पहुँच भी नहीं सकते थे, जहाँ पर भीड़ को तीतर बितर करने के लिए (लगभग 13 बजे) हल्का बल प्रयोग हुआ था छज्जूबाग क्षेत्र में कोई पुलिस बल नहीं था। यद्यपि छज्जूबाग में उक्त घटना स्थल सी.सी.टी.वी. कैमरा से आच्छादित नहीं पाया गया, परंतु उससे 50 मीटर पहले कैमरा में उनका आवागमन दिख रहा है.
डीएम का आदेश
पटना डीएम ने लाठीचार्ज की जांच के आदेश दिए हैं. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर और सिटी एसपी सेंट्रल को जांच की जिम्मेदारी दी गई है और 24 घंटे में जाँच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. विजय सिंह की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम के वक़्त वीडियोग्राफ़ी करायी गई है.
बीजेपी का सरकार पर हमला
इस मामले को लेकर बीजेपी महागठबंधन सरकार पर हमलावर हो गई है.केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, 'कल बहुत ही दुखद घटना घटी है. जनरल डायर की तरह की घटना हुई. बिहार के नियोजित शिक्षकों की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. इसके खिलाफ जनरल डायर की तरह बर्बर कार्यवाई की गई. बीजेपी कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की हत्या की गई. बिहार में जंगल राज तीन चल रहा है.'
वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, 'भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुआ लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है. महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के क़िले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है. जिस व्यक्ति पर चार्जशीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं.'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की निर्मम-निर्लज्ज हत्या का हिसाब बिहार की जनता लेगी. बिहार को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है और आज इसी पवित्र धरती पर नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी.'